नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरूवार को यहां रक्षा अलंकरण समारोह में सशस्त्र बलों, केन्द्रीय पुलिस बलों तथा राज्यों के पुलिसकर्मियों को वीरता तथा अदम्य साहस के लिए छह कीर्ति चक्र और 33 शौर्य चक्र प्रदान किए।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में दिए गए कुल पुरस्कारों में से चार कीर्ति चक्र और सात शौर्य चक्र मरणोपरांत प्रदान किए गए हैं। वीरता पुरस्कार अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्य पालन के दौरान अदम्य साहस तथा अद्वितीय बहादुरी का प्रदर्शन करने वाले वीरों को दिए जाते हैं। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी सहित अनेक केन्द्रीय मंत्री तथा वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ये पुरस्कार जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों से संबंधित विभिन्न अभियानों के दौरान बहादुरी के लिए दिए गए। इन अभियानों के दौरान खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया गया, उन्हें पकड़ा गया, तथा हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।
भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने समुद्री डकैती विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया, जिसके परिणामस्वरूप समुद्री डाकुओं ने आत्मसमर्पण किया और बंधकों को बचाया, साथ ही जलते हुए तेल टैंकर पर अग्निशमन अभियानों के दौरान भी बहादुरी का प्रदर्शन किया।
भारतीय वायु सेना के पुरस्कार विजेताओं ने जान-माल के किसी भी नुकसान से बचने के लिए नागरिक क्षेत्रों से दूर युद्धाभ्यास करते हुए विमान को बचाने के दौरान खतरनाक परिस्थितियों में अत्यधिक साहस दिखाया। वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न अभियानों में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों ने वीरतापूर्ण कार्य किया। इस दौरान माओवादी विद्रोहियों को पकड़ा गया और हथियार बरामद किए गए।