बोर्ड परीक्षा के दौरान छात्रा बनी मां, ओडिशा पुलिस को NHRC का नोटिस जारी

भुवनेश्वर। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने ओडिशा के जाजपुर जिले में 10वीं कक्षा की एक छात्रा की बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रसव होने के मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया है।

मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं उड़ीसा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अखंड की ओर से दायर याचिका पर कार्रवाई करते हुए, एनएचआरसी ने जाजपुर के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गत 26 फरवरी बारी ब्लॉक के अंतर्गत रामपुर पंचायत हाई स्कूल की छात्रा को परीक्षा देते समय पेट में तेज दर्द हुआ और उसने बारी सरकारी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। इससे पहले उसने दो विषयों की परीक्षा दे चुकी थी और दूसरे दिन उसे गणित का पेपर देना था, लेकिन स्वास्थ्यगत कारणों से वह आगे परीक्षा नहीं दे सकी।

याचिकाकर्ता ने स्कूली अधिकारियों, आंगनवाड़ी कर्मचारियों और स्थानीय प्रशासन पर छात्रा के गर्भ धारण करने के मामले में घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। याचिकाकर्ता का ये भी कहना था कि ये यौन उत्पीड़न का भी मामला हो सकता है जो पोस्को कानून के अंतर्गत आता है।

याचिकाकर्ता ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई और पीड़ित के पुनर्वास के साथ साथ स्कूलों में एहतियाती उपाय लागू करने की मांग की। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एनएचआरसी ने जाजपुर के पुलिस अधीक्षक से चार हफ्तों के अंदर रिपोर्ट मांगी है।