राष्ट्रध्वज का सम्मान, हम सबका दायित्व : हिन्दू जनजागृति समिति का अभियान

माहेश्वरी पब्लिक स्कूल अजमेर के प्रधानाचार्य आरके श्रीवास्तव को ज्ञापन देते हुए चंद्रा लालवानी और सुगंध मिश्रा।

अजमेर। स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर पूरा देश उत्साह और राष्ट्रभक्ति में डूबा रहता है। सरकार भी हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से जनता को प्रेरित कर रही है। इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति ने नागरिकों से राष्ट्रध्वज का आदर बनाए रखने का विशेष आवाहन किया है।

समिति की राष्ट्रध्वज का सम्मान करें पहल के अंतर्गत अजमेर में माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य आरके श्रीवास्तव, आदर्श विद्या निकेतन के प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना, ब्लॉसम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक अशोक कश्यप तथा महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल की प्रधानाचार्य अर्पणा जैन को ज्ञापन देकर अभियान प्रारंभ किया गया। स्कूलों के नोटिस बोर्ड और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता पोस्टर लगाए जा रहे हैं साथ ही विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है।

आज आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में समिति की सुगंध मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि क्रांतिकारियों ने राष्ट्र और राष्ट्रध्वज की गरिमा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। इसलिए हमें ध्वज को खिलौना, कपड़ों या वाहनों की सजावट का साधन न बनाते हुए उचित ऊंचाई पर फहराना चाहिए। कपड़ों, वाहनों या घरों पर लगे ध्वज अक्सर कुछ दिनों बाद गिरकर सड़कों पर मिलते हैं, जिससे उनका अनादर होता है। विशेषकर प्लास्टिक के ध्वज लंबे समय तक कचरे में पड़े रहते हैं, जो अपमानजनक है।

समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक आनंद जाखोटिया ने बताया कि
प्लास्टिक के ध्वज का उपयोग अपराध है। इस विषय में गृह मंत्रालय द्वारा सभी राज्य सरकारों को भारतीय ध्वज संहिता 2002 तथा राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम 1971 के प्रावधानों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया गया है। हमारा आवाहन है कि केक, कपड़ों और अन्य वस्तुओं पर तिरंगे का प्रयोग न करें। यदि राष्ट्रध्वज कहीं गिरा हुआ दिखाई दे, तो उसे सम्मानपूर्वक निकटतम शासकीय कार्यालय में जमा करें। पूरे देश के साथ राजस्थान के जोधपुर, सोजत, पाली और जैसलमेर में भी इस तरह के जागरूकता उपक्रम चलाए जा रहे हैं।