नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर की गई समीक्षा के दौरान यह निर्णय लिया। प्रोटोकॉल के तहत दो महिला निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) हर समय मुख्यमंत्री के साथ रहेंगी, जिनके साथ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान तैनात रहेंगे।
रेखा गुप्ता पर बुधवार को जन सुनवाई के दौरान हमला करने वाले आरोपी खिमजीभाई को कल रात राजधानी की स्थानीय तीस हज़ारी अदालत ने पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। दिल्ली पुलिस की इस दलील के बाद कि पूरी साज़िश का पर्दाफ़ाश करना ज़रूरी है, अदालत ने आरोपी से पूछताछ के लिए हिरासत की अनुमति दी। सूत्रों के अनुसार जांच से पता चला है कि मुख्यमंत्री पर हमला पूर्वनियोजित था।
मुख्यमंत्री पर दस्तावेज़ों से हमला करने की शुरुआती रिपोर्टों के विपरीत, पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि हमला कहीं ज़्यादा गंभीर था। मुख्यमंत्री आवास पर जन सुनवाई के दौरान आरोपी ने कथित तौर पर उन्हें थप्पड़ मारा और उनके बाल खींचे, इससे पहले कि उनकी सुरक्षा टीम हस्तक्षेप करके हमलावर को काबू में कर पाती।
जांच से पता चला है कि आरोपी लगातार एक अज्ञात व्यक्ति के साथ फोन पर संपर्क में था। दिल्ली पुलिस अब इन संवादों का पता लगाने के लिए उसके पिछले एक साल के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच करेगी। उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है और उसे व्यापक फोरेंसिक विश्लेषण के लिए केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) भेजा जाएगा।
डिजिटल जांच के अलावा, पुलिस घटनाक्रम का बारीकी से अध्ययन करने के लिए फोरेंसिक समीक्षा के साथ ही पूरे अपराध स्थल का फिर से आकलन करने पर विचार कर रही है। पता चला है कि आरोपी मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे मुख्यमंत्री के शालीमार बाग स्थित आवास पर मौजूद था।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जानकारी गृह मंत्रालय के अलावा अन्य संबंधित एजेंसियों को दे दी है। आरोपी खिमजीभाई के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की तीन कठोर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें हत्या के प्रयास का गंभीर आरोप भी शामिल हैं। आरोपी से बुधवार को स्थानीय पुलिस, विशेष प्रकोष्ठ और खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों की टीमों ने संयुक्त रूप से पूछताछ की।