अजमेर। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले टूर्नामेंट की तैयारियों को लेकर शीर्ष नेतृत्व ने आज एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक में विभिन्न समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों के साथ तैयारियों का जायजा लिया और कड़े निर्देश जारी किए। बैठक का मुख्य उद्देश्य आयोजन को हर स्तर पर त्रुटिहीन बनाना और यह सुनिश्चित करना था कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा के अनुरूप व्यवस्थाएं हों।
कुलगुरु के सीधे और व्यावहारिक दृष्टिकोण ने आयोजन से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. सुभाष चन्द्र ने बताया कि विश्वविद्यालय का ध्यान केवल लॉजिस्टिक्स पर ही नहीं, बल्कि प्रतिभागियों के कल्याण और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर भी केंद्रित है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, विश्वविद्यालय ने आयोजन के दौरान प्लास्टिक के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है।
उन्होंने सभी कर्मचारियों से विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए अपनत्व के भावन से पहल करने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, अधिकारियों एवं कार्मिकों का आह्वान किया कि विश्वविद्यालय न केवल एक ऐतिहासिक खेल आयोजन की मेजबानी के लिए दृढ़ संकल्पित है, बल्कि इस अवसर का उपयोग गहरी प्रशासनिक और सांस्कृतिक चुनौतियों से निपटने तथा एक बेहतर और अधिक जवाबदेह कार्य संस्कृति की नींव रखने के लिए भी कर रहा है।