चेन्नई। तमिलगा वेट्री कड़गम (टीवीके) के संस्थापक और अभिनेता से नेता बने विजय ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर युवाओं के बीच अपनी लोकप्रियता का प्रदर्शन किया है।
विधानसभा चुनाव के 7-8 महीने पहले हजारों युवाओं के साथ उन्होंने अपनी तीसरे चरण की चुनावी अभियान की शुरुआत नक्कमल में की थी जिसके बाद इस बार शनिवार को करूर जिले में कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
भीड़ का उत्साह इतना जबरदस्त है कि विजय, जो सुबह 8:45 बजे लोगों को संबोधित करने वाले थे वह कई घंटों तक आयोजन स्थल पर नहीं पहुंच सके थे, क्योंकि लाखों लोग उनकी अभियान गाड़ी को घेरकर नारे लगाते हुए और उनकी गाड़ी पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाते हुए उनके साथ चल रहे थे। जिनमें पुरुष, महिलाएं, छात्र और बच्चे सड़कों के दोनों ओर खड़े होकर उनका जोरदार स्वागत कर रहे थे। विजय अपनी अभियान बस में बैठे हुए हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन कर रहे थे।
अपनी नवगठित पार्टी को सत्तारूढ़ द्रमुक और अन्नाद्रमुक का विकल्प नहीं बल्कि सबसे बड़ी ताकत बताने वाले इस करिश्माई युवा नेता ने त्रिची के केंद्रीय क्षेत्र से, जो कावेरी डेल्टा जिलों में आता है, चार महीने के राज्यव्यापी जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। इस अभियान को केवल शनिवार को आयोजित करने का कार्यक्रम बनाया गया, ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो और उनकी दिनचर्या बाधित न हो।
लाखों उत्साही टीवीके कार्यकर्ता, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं, पार्टी के झंडे और विजय के चित्र लिए हुए जोरदार स्वागत कर रहे थे। सुबह से जमा हुए कार्यकर्ता गर्मी की परवाह किए बिना उनके भाषण का इंतजार कर रहे थे, जिसके चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने की उम्मीद थी। यह पहला मौका होगा जब टीवीके अपनी चुनावी किस्मत आजमाएगी। विजय एक विशेष रूप से डिज़ाइन की गई अभियान वैन में यात्रा कर रहे थे। लोग उनकी गाड़ी को घेरे हुए थे, जिसके कारण यह इंच-इंच आगे बढ़ रही थी और समुद्र जैसी भीड़ के बीच से गुजर रही थी।
पिछले महीने मदुरै और पिछले साल विल्लुपुरम में हुए दो राज्य सम्मेलनों में मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से उत्साहित होकर, विजय ने 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले, जो अब कुछ महीने दूर है, अभियान शुरू किया। उन्होंने खुलकर कहा कि टीवीके गठबंधन के लिए तैयार है और यदि उनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो वह सत्ता साझा करने को तैयार हैं – यह तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में एक नया विचार है, जो द्रमुक और अन्नाद्रमुक के लिए अस्वीकार्य रहा है।
विजय ने सत्तारूढ़ डीएमके पर भ्रष्टाचार और वंशवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला और बीजेपी को ‘फासीवादी’ बताकर अपना ‘राजनीतिक’ और ‘वैचारिक’ विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में पिछले छह दशकों से द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच बारी-बारी से सत्ता आती रही है। तमिलनाडु में अब टीवीके एक पहली राजनीतिक पार्टी है, न कि वैकल्पिक पार्टी।
विजय का पहला जनसंपर्क अभियान 20 दिसंबर को दिंदिगुल और थेनी की यात्रा के बाद मदुरै में समाप्त होगा। पर्यवेक्षकों के अनुसार वे द्रविड़ राजनीतिक स्थान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। वह खुद को द्रविड़ प्रतीकों जैसे ‘पेरियार’ ईवी रामासामी और अन्ना (सीएन अन्नादुरई) की राजनीति के विकल्प के रूप में पेश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 2026 का चुनाव केवल टीवीके और द्रमुक के बीच होगा।
मदुरै सम्मेलन में उन्होंने पूर्व अन्नाद्रमुक के संस्थापक और सिनेमा आइकन एमजीआर और अन्ना की विरासत पर दावा किया। उन्होंने कहा कि 1967 में द्रमुक पहली बार कांग्रेस को हराकर सरकार बनाई थी। 1977 में एमजीआर ने द्रमुक को हराकर सरकार बनाई और जब तक जीवित रहे वह सत्ता में रहे। उसी तरह 2026 में तमिलनाडु में राजनीतिक बदलाव होगा और टीवीके द्रमुक को सत्ता से हटाकर यह बदलाव लाएगी।