धर्मांतरण विधेयक के विरोध में अजमेर की सड़कों पर आया मसीह समाज

अजमेर। राजस्थान धर्मांतरण विधेयक 2025 का विरोध कर रहे मसीह समाज ने सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते हुए इसे ईसाई धर्म के हितों पर कुठाराघात और मौलिक अधिकारों का हनन बताया है।

सोमवार को विधेयक के विरोध में रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे मसीह समाज और उनके समर्थकों ने विधेयक में दर्ज सजा और आर्थिक दंड के प्रावधान को उनके मौलिक अधिकारों का हनन बताते हुए कहा कि इस विधेयक से ईसाई समाज सहित अन्य धर्मों के बीच मैत्री बनाए रखने की नीति समाप्त होकर आपसी वैमनस्य बढ़ेगा जिससे एकता का संदेश गहरी खाई में चला जाएगा।

मसीह समाज, भीम आर्मी और दलित समाज के कुछ संगठनों के संयुक्त आह्वान पर बड़ी संख्या में स्थानीय डाक बंगले पर एकत्र हुए महिला और पुरुषों ने रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी नाराजगी जताई। ईसाई समाज और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति अल्पसंख्यक विभाग के जिला सह प्रभारी सैम डेविडसन ने कहा कि मसीह समाज में इस विधेयक को लेकर बहुत नाराजगी है। विधेयक के पारित होने के बाद ईसाई समाज पर हमले बढ़ गए हैं।

ईसाई समुदाय के नेताओं के गठबंधन ने राजस्थान में धर्मांतरण विरोधी विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए राजस्थान सरकार से ईसाइयों के खिलाफ हिंसा और धमकियों को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप लगाया कि यह विधेयक पारित होने के बाद हिंसा काफी बढ़ गई है।