जुबीन गर्ग मौत मामले में असम के डीएसपी संदीपन गर्ग अरेस्ट

गुवाहाटी। प्रसिद्ध असमिया गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उनके चचेरे भाई एवं पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) संदीपन गर्ग को पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।

गुवाहाटी स्थित सीआईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होने के कुछ ही देर बाद संदीपन की गिरफ्तारी हुई। उम्मीद है कि उन्हें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। संदीपन सिंगापुर में उस नौका पर मौजूद थे जहां जुबीन गर्ग की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई जिसे लेकर अब व्यापक अटकलें एवं सार्वजनिक आक्रोश फैला हुआ है।

इस सप्ताह की शुरुआत में संदीपन ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा था कि लंबी पूछताछ के दौरान उन्होंने एसआईटी के साथ पूरा सहयोग किया। अधिकारियों ने कहा कि उनके बयानों में विसंगतियों और डिजिटल एवं वित्तीय लेन-देन से मिले नए सुरागों के कारण उनकी गिरफ्तारी हुई।

पिछले सप्ताह इस मामले में एक नाटकीय मोड़ आया और इस मामले से जुड़ी कयी गिरफ्तारियां हुई। एक अक्टूबर को एसआईटी ने ज़ुबीन के लंबे समय से मैनेजर रहे सिद्धार्थ शर्मा और कार्यक्रम के आयोजक श्यामकानु महंत को हिरासत में लिया था जिन्होंने सिंगापुर में उस कार्यक्रम का आयोजन किया था। उस कार्यक्रम में जुबीन ने शिरकत की थी।

दोनों पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया। बाद में दो अन्य लोगों संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और गायिका अमृतप्रभा महंत को भी गिरफ्तार किया गया और 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जांचकर्ता अब संभावित गड़बड़ी की जांच कर रहे हैं और उन्होंने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए वित्तीय अनियमितताओं और नाव पर सवार सभी लोगों के संवाद रिकॉर्ड को भी इसमें शामिल किया है।

रिपोर्टों के अनुसार जुबीन के निजी सुरक्षा अधिकारियों के खातों के जरिये लगभग एक करोड़ रुपए स्थानांतरित किए गए और इस खुलासे के बाद मामले की जांच तेज कर दी गई है। लोगों के बढ़ते दबाव के मद्देनजर असम सरकार ने जुबीन गर्ग की मौत से जुड़ी परिस्थितियों की स्वतंत्र जांच के लिए गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया है।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सरकार पारदर्शी एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी तथा किसी भी व्यक्ति,चाहे वह किसी भी पद या रिश्ते का हो, दोषी पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच जुबीन की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने पूरी जांच के दौरान स्थिर एवं संयमित रूख दर्शाया है। इस सप्ताह के शुरू में उन्होंने अपने पति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को लौटा दी थी और कहा था कि इसे अब व्यक्तिगत दस्तावेज नहीं रहना चाहिए तथा जांचकर्ता ही इसे सार्वजनिक रूप से जारी करने का निर्णय ले सकते हैं।

उन्होंने कहा कि उन्हें जारी जांच पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि सच्चाई सबके सामने आएगी। हाल के बयानों में उन्होंने ज़ुबीन की मौत की वजह बनी घटनाओं पर संदेह व्यक्त किया है और यह खुलासा किया है कि गायक दवा ले रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि जुबीन को उनकी इच्छा के विरुद्ध कार्यक्रम में ले जाया गया हो। एसआईटी गायक की मौत के कारणों की कड़ियों को जोड़ने में लगी है। इस मामले ने असम के सांस्कृतिक परिदृश्य को हिलाकर रख दिया है और पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।