छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का बड़ा षड्यंत्र विफल, 30 किलो आईईडी जब्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ के तीन जिलों नारायणपुर, धमतरी व दंतेवाड़ा जिलों में शनिवार को सुरक्षा बलों ने 30 किलो से अधिक शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) बरामद और नष्ट कर बड़े हादसे को टाल दिया। वहीं बीजापुर में आईईडी हमले में एक जवान घायल हो गया।

नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी की संयुक्त टीम ने कोहकामेटा थाना क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की साजिश को नाकाम कर दिया है। ऑपरेशन के दौरान ग्राम कोडलियार के बिचपारा और नीचेपारा इलाके में कुल 15 किलोग्राम वजन के तीन कमांड कुकर आईईडी बरामद किए गए और उन्हें सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया के नेतृत्व में चले इस अभियान की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर की गई कार्रवाई में जिला बल और आईटीबीपी की 53वीं वाहिनी की बीडीएस (बम निरोधक दल) टीम ने हिस्सा लिया। संयुक्त दल ने मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी तीनों आईईडी को तकनीकी रूप से निष्क्रिय कर दिया।
इस सफल ऑपरेशन को नक्सल मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान की एक बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है।

एसपी गुड़िया ने बताया कि नक्सलियों द्वारा लगाए गए इन विस्फोटक यंत्र का उद्देश्य सुरक्षा बलों के जवानों को नुकसान पहुंचाना था। पर समय रहते सूचना मिल जाने से बड़ा हादसा टल गया है।छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में शनिवार को पुलिस दल ने 10 किलो वज़न का कमांड-टिपिन आईईडी संदिग्ध अवस्था में बरामद किया गया तथा उसे निष्क्रिय कर नष्ट कर दिया गया।

बताया जाता है कि डीआरजी टीम की सुरक्षा में एवं बीडीएस टीम की सतर्कता व तकनीकी दक्षता से सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर नष्ट किया गया। दरअसल मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना नगरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फरसिया से चंदनबाहरा मार्ग पर नक्सलियों द्वारा आईईडी लगाने की जानकारी मिली थी तथा आसपास के जंगल क्षेत्रों में नक्सलियों की गतिविधियों की भी सूचना प्राप्त हुई।

सूचना पर धमतरी के पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में एवं एएसपी.शैलेन्द्र पांडेय के हमराह में डीआरजी नगरी एवं बीडीएस टीम का संयुक्त पुलिस बल आज नक्सल विरोधी अभियान, सर्चिंग एवं एरिया डॉमिनेशन के लिए रवाना किया गया। सर्चिंग के दौरान चंदनबाहरा आवागमन मार्ग में पुलिस दल को 10 किलो वज़न का कमांड-टिपिन आईईडी संदिग्ध अवस्था में प्राप्त हुआ। इसे डीआरजी टीम की सुरक्षा में एवं बीडीएस टीम की सतर्कता व तकनीकी दक्षता से सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर नष्ट किया गया।

दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के थाना बारसूर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। सुरक्षा बलों ने मंगनार रोड के पास से पांच किलोग्राम का एक जिंदा प्रेशर आईईडी बरामद किया और उसे सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया। इस कार्रवाई में एक महिला समेत छह संदिग्ध नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।

यह ऑपरेशन पुलिस अधीक्षक गौरव राय के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदित पुष्कर तथा आरके बर्मन के मार्गदर्शन में किया गया। मुखबिर सूचना के आधार पर उप पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुंभकार के नेतृत्व में बारसूर थाना, डी.आर.जी. और सी.आर.पी.एफ. की संयुक्त टीम ने मंगनार रोड क्षेत्र में घेराबंदी कर छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

पूछताछ में गिरफ्तार संदिग्धों ने नक्सली गतिविधियों में शामिल होने की बात स्वीकार की है। मुख्य आरोपी अनिल उर्फ कचनू सलाम पर पूर्व में कई गंभीर आरोप हैं, जिनमें हत्या, आईईडी लगाना और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल है। एसपी राय के मुताबिक यह कार्रवाई नक्सल उन्मूलन की हमारी निरंतर रणनीति का हिस्सा है। बरामद आईईडी को सुरक्षित ढंग से नष्ट किया गया है, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया है। हम संदिग्धों की गतिविधियों की और गहन जांच कर रहे हैं।

गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना बारसूर में भारतीय न्याय संहिता और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके उन्हें न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया गया है। अदालती आदेश पर सभी को जेल भेजा गया है।
बीजापुर जिले के नक्सल-प्रभावित इलाके में आज सुरक्षा बलों की एक गश्ती टीम पर माओवादियों द्वारा लगाए गए एक विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से हमला हुआ, जिसमें एक जवान घायल हो गया।

यह घटना पुजारीकांकेर क्षेत्र में घटित हुई, जहां सुरक्षा बल क्षेत्र में नियंत्रण स्थापित करने के अभियान पर थे। घटना उस समय की है जब एफओबी पुजारीकांकेर से तैनात कोबरा 206 बटालियन की एक टीम एरिया डॉमिनेंस ऑपरेशन को अंजाम दे रही थी। घायल जवान को तुरंत जंगल से निकालकर उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए एक उच्चस्तरीय चिकित्सा केंद्र पर पहुंचाया गया है। जवान की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं।