ब्रह्माकुमारीज़ देशभर में चलाएगी संगम-गौरवपूर्ण वृद्धावस्था और सम्मानित जीवन अभियान

समाजसेवा प्रभाग व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के बीच एमओयू साइन
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार 2 नवंबर को राज्य स्तरीय अभियान का शुभारंभ
आबूरोड। सिरोही जिले के आबूरोड स्थित ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के समाजसेवा प्रभाग और सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के बीच तीन साल के लिए एमओयू साइन किया गया है। इसके तहत समाजसेवा प्रभाग द्वारा देशभर के वृद्धाश्रम, आरडब्ल्यूए में वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए पहल संगम-गौरवपूर्ण वृद्धावस्था और सम्मानित जीवन (एजिंग विद डिग्निटी प्रोग्राम) अभियान चलाया जाएगा।

इसका राजस्थान राज्य स्तरीय शुभारंभ शांतिवन के डायमंड हॉल में आयोजित कार्यक्रम में 2 नवंबर को सुबह 10 बजे केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार करेंगे। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।

समाज सेवा प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बीके अवतार भाई ने बताया कि पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मान के साथ वृद्धावस्था प्रोग्राम का राष्ट्र स्तरीय शुभारंभ किया था। इस एमओयू के तहत सभा, सम्मेलन, आध्यात्मिक सत्र, मेडिटेशन सत्र के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में आनंद और खुशहाली लाने का प्रयास किया जाएगा।

ऐसे चलाएंगे एजिंग विद डिग्निटी प्रोग्राम

समाज सेवा प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके बीरेंद्र भाई ने बताया कि एजिंग विद डिग्निटी प्रोग्राम के तहत समाज सेवा प्रभाग द्वारा देशभर में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय सम्मेलन और सेमीनार आयोजित कर वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ा जाएगा। साथ ही सभा, गोष्ठी और मेडिटेशन सेशन के माध्यम से उन्हें खुशनुमा जीवनशैली, आनंदमय जीवन के टिप्स दिए जाएंगे। वहीं वृद्धाश्रमों में समय प्रति समय मनोरंजक, ज्ञानवर्द्धक, आनंददायक सेशन और एक्टीविटीज कराईं जाएंगी।

कार्यक्रम में ये भी रहेंगे मौजूद

मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी, महासचिव राजयोगी बीके करुणा भाई, अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी, अतिरिक्त महासचिव राजयोगी डॉ. बीके मृत्युंजय भाई, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके संतोष दीदी, ओआरसी की निदेशिका बीके आशा दीदी, जयपुर सबजोन की प्रभारी राजयोगिनी बीके सुषमा दीदी मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे।

एमओयू का उद्देश्य

– वरिष्ठ नागरिकों को आध्यात्मिकता एवं आत्मिक उत्थान में सक्रिय रूप से सम्मिलित करने के लिए एक मंच तैयार करना।
– वरिष्ठ नागरिकों को उनके शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य की देखभाल के महत्व को समझाना।
– वानप्रस्थ की भावना को जागृत करना एवं अपने अनुभवों व ज्ञान को नई पीढ़ी को सौंपने की जिम्मेदारी का बोध कराना।
– पीढ़ियों के बीच की दूरी को कम करना एवं परिवारों में दादा-दादी/नाना-नानी का बच्चों से स्नेहपूर्ण संबंध स्थापित करना।
– वरिष्ठ नागरिकों की प्रतिभा को उभार कर उन्हें प्रसन्न व सामाजिक बनाना और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना।
– समुदाय तक पहुंच और जन जागरूकता द्वारा परिवार और समाज में वरिष्ठ नागरिकों के करना।
– परामर्श सेवाओं को सशक्त बनाना।