जयपुर। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बारां जिले के अंता विधानसभा सीट उपचुनाव को ‘प्री टेस्ट’ करार देते हुए कहा है कि 2028 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस जीत से भारतीय जनता पार्टी एवं उसकी सरकार की विफलता साबित हुई है।
डोटासरा शुक्रवार को अंता सीट के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया की जीत के बाद जयपुर में मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए अंता सीट की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार जताया और कहा कि अंता की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी को करीब 16 हजार मतों से जिताया है। उन्होंने कहा कि अंता उपचुनाव राज्य की भाजपा सरकार के दो साल का टेस्ट था, जिसमें वह असफल हुई हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अंता सीट के उपचुनाव में मुख्यमंत्री दो बार गए और पूर्व मुख्यमंत्री वहां बैठी रहीं तथा मशीनरी का पूरा दुरुपयोग किया गया और नौ नवंबर को चुनाव प्रचार समाप्त के बाद भी पूरा मंत्रिमंडल कोटा में ही बैठा रहा। इसके बाद मतगणना में भाजपा शुरू से ही पिछड़ती रही और सौ-सवा सौ मत और नहीं मिलते तो वह तीसरे स्थान पर रहती।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव परिणाम से यह प्रमाणित हो गया कि गत विधानसभा में भाजपा पर भरोसा करके जनता अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार के पास जनता के लिए कोई योजना नहीं हैं और न ही उसने धरातल पर काम किया हैं, इससे जनता नाखुश हैं और वर्ष 2028 से पहले हुए इस प्री टेस्ट में अंता की जनता ने साबित कर दिया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजना अच्छी थी और भाजपा दो साल में आपसी लडाई में उलझी रही। इस चुनाव परिणाम से भाजपा की फूट भी उजागर हुई हैं।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा के लोग झूठ बोलकर लोगों को बरगला सकते हैं, जनता का काम नहीं कर सकते। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि केवल मुख्य सचिव ही नहीं बदला है, अभी तो कई बड़ी पर्चियां भी बदलेंगी। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, इनकी आपसी फूट की वजह से कहीं सरकार भी चरमरा के गिर न जाए, यह भी सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अंता की जनता ने साबित कर दिया कि उसे काम, शांति एवं विकास चाहिए।
वोट चोरी के मुद्दे का उपचुनाव में असर के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता सजग रहे और इसका असर भी इसमें पड़ा और अगर पैसे नहीं बांटे जाते और सत्ता का दुरुपयोग नहीं किया जाता, तो कांगेस की जीत और भी बड़ी होती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा और क्षेत्र में भाया की भी अच्छी छवि थी, इसका प्रभाव भी परिणाम पर पड़ा और भाजपा उसकी गलत एवं जनविरोधी नीतियों के कारण चुनाव हारी।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अंता की जनता को बधाई देते हुए कहा कि यह केवल अंता का चुनाव नहीं था, यह राजस्थान में किस तरह का शासन चल रहा है, उसका चुनाव था। जूली ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने दो साल तक कोई काम नहीं कराये, जबकि पिछली सरकार के जो काम थे, उन्हें पूरा नहीं कराया गया उन्हें रोक दिया गया हैं। बारां के मांगरोल में बड़े अस्पताल के काम को रोक दिया गया।
उन्होंने कहा कि गत दो साल में गरीब की योजनाओं का रोकने काम किया गया, इस कारण अंता क्षेत्र की जनता ने इस उपचुनाव में बता दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार सरकार की तरह नहीं चल रही हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हम लोग आगामी तीन साल तक बैठने वाले नहीं है और 2028 में कांग्रेस का शासन फिर आएगा।



