अलवर के सिलीसेढ़ झील पर बने आलीशान रिसॉर्ट सहित 10 होटल सीज

अलवर। राजस्थान में अलवर शहर के समीप अरावली की वादियों के बीच अपनी खूबसूरती के लिए खास पहचान रखने वाली सिलीसेढ़ झील के भराव क्षेत्र में अवैध रूप से बने चार स्टार देसी ठाठ रिसोर्ट सहित मेधावन, द जंगल लेप, नमन बाग, फतेहगढ़ फॉर्म को भी सील किया गया है।

नगर विकास न्यास के तहसीलदार मानवेंद्र कुमार ने गुरुवार को बताया कि पहले भी इन्हें नोटिस दिया गया था अब पंद्रह दिन पहले नोटिस दिया गया, लेकिन कोई भी जवाब नहीं आने के चलते आज झील क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने के लिये जेसीबी सहित अतिक्रमण हटाने का दस्ता सिलीसेढ़ पहुंचा और कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि सभी को सीज करते हुए कागजात पेश करने को कहा गया है। ये सभी कृषि भूमि पर बने हुए थे। कोई भू रूपांतरण नहीं कराया। इसलिए इनसे कागजात मांगे गए है।

सूत्रों ने बताया कि देशी ठाठ होटल के गार्ड रूम को भी तोड़ दिया गया है। हालांकि कई जगह विरोध भी देखने को मिला। इन होटलों में ठहरे पर्यटक और शादी में आए लोग बहुत परेशान हुए। इन दिनों शादी का सीजन चल रहा है। कई होटलों में बुकिंग है। देशी ठाठ होटल में भी आज की शादी की बुकिंग बताई गई है।

सूत्रों ने बताया कि कई वर्षों से इनके खिलाफ शिकायतें मिल रही थी और लगातार यह रिजॉर्ट झील के आसपास क्षेत्र में तेजी से अवैध निर्माण कर रहा था। इसके खिलाफ पिछले वर्ष भी कार्रवाई की गई थी, लेकिन राजनीतिक दखलअंदाजी के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अतिक्रमण के बढ़ते दायरे से सिलीसेढ़ झील को नुकसान हो रहा था। ऐसे में लंबे समय के इंतजार के बाद प्रशासन ने रिजॉर्ट को सील कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि बिना रूपांतरण के यह रिजॉर्ट बनाया गया। इसके अलावा आसपास क्षेत्र में भी तेजी से अवैध निर्माण किया जा रहा था।

होटल और रिसॉर्ट पर नगर निगम के दल ने उनमें रुके हुए मेहमानों को बाहर निकाला। इस दौरान मौजूद कुछ लोगों ने हल्का विरोध किया, लेकिन प्रशासन द्वारा लगतार दिए जा रहे नोटिस की जानकारी मेहमानों को दी गई। नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि रिसोर्ट के मालिक को पहले दो-तीन बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन उनके द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया गया और न ही कोई दस्तावेज पेश किए गए। इसलिए नगर निगम द्वारा यह कार्रवाई की गई है। जब तक जरूरी दस्तावेज पेश नहीं किए जाएंगे रिसोर्ट सील रहेगा। इस दस्ते में उपखंड अधिकारी अलवर माधवेंद्र, नगर निगम का दस्ता, अकबरपुर थाना पुलिस का जाब्ता मौजूद था।

नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने कुल 16 होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट चिन्हित किए थे, जिनमें से 10 को सीज कर दिया है। एक होटल धराेहर सम्पत्ति है, दो पर न्यायालय की ओर से स्थानागदेश है और तीन राजस्थान राइजिंग के तहत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) में पंजीकृत हैं। इसलिए इनके खिलाफ सीज की कार्रवाई नहीं की गई है।