रणथम्भौर बाघ अभयारण्य में तेंदुए ने बालक को शिकार बनाया

सवाई माधोपुर। राजस्थान में सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर बाघ अभयारण्य में गुरुवार देर शाम तेंदुए द्वारा एक सात वर्ष के बालक को शिकार बनाने का मामला सामने आया है।

वन विभाग के सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बंजारा बस्ती के लोगों के साथ रामजीलाल बंजारा अपने बेटे विक्रम बंजारा का हाथ पकड़कर आटीला बालाजी के मंदिर जा रहे थे। वे सड़क से ऊपर की तरफ चढ़ ही रहे थे कि मंदिर में हैंडपंप के पास झाड़ियों से अचानक एक तेंदुआ निकलकर आया और विक्रम को दबोचकर झाड़ियों में ले गया।

सूत्रों ने बताया कि बेटे को बचाने के लिए पिता भी तेंदुए के पीछे भागा और चिल्लाया। शोर सुनकर बस्ती के लोग भी आ गए जिन्होंने झाड़ियों में पत्थर फेंके। कुछ देर बाद जब वे जंगल में गए तो वहां विक्रम का शव पड़ा मिला।
वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने घटना को दुखद बताते हुए परिजनों को सरकार की ओर से हरसंभव मदद दिलाने की बात कही है।

उधर, इस हादसे के बाद मृतक बच्चे के परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने बालक का शव लेने से इन्कार करके धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। 17 घण्टों बाद शुक्रवार को मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों के साथ बनी प्रशासनिक सहमति के बाद में शव अस्पताल के शवगृह से लेने के मामले में बना गतिरोध दूर हो गया। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बच्चे की मौत के बाद परिजनों के साथ वन विभाग और प्रशासन के बीच लम्बी बातचीत हुई। करीब 17 घंटे के गतिरोध के बीच कई बार समझाने के बाद आखिरकार प्रशासन की परिजनों के साथ विभिन्न मांगों को लेकर सहमति बन गई।

सूत्रों ने बताया कि मृतक के परिजनों को वन विभाग की ओर से पांच लाख रुपए का मुआवजा, मृतक के आश्रित को वन विभाग में गाइड या स्वयंसेवी योग्यता अनुसार बनाने, मुख्यमंत्री आयुष्मान बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपए की सहायता, मुख्यमंत्री सहायता कोष से अधिकतम राशि दिलवाने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ दिलवाने की मांग मानने पर सहमति बन गई। इसके बाद परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए ले गए।