ध्यान से स्वस्थ, संतुलित और सकारात्मक समाज का निर्माण संभव : रावत

विश्व ध्यान दिवस पर अजमेर में ध्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम
अजमेर। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर जवाहर लाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के भीमराव अंबेडकर ऑडिटोरियम में एक भव्य ध्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

मंत्री रावत ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि ध्यान केवल मानसिक शांति का माध्यम नहीं, बल्कि स्वस्थ, संतुलित और सकारात्मक जीवन की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की योग विरासत को विश्व पटल पर अद्वितीय ख्याति दिलाई है। आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली में ध्यान और आत्मचिंतन व्यक्ति को तनावमुक्त रखने के साथ-साथ कार्यक्षमता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

रावत ने युवाओं, विद्यार्थियों, चिकित्सकों और समाज के प्रत्येक वर्ग से अपने दैनिक जीवन में ध्यान को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनकल्याण के साथ-साथ मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को भी समान रूप से महत्व दे रही है, और ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।

कार्यक्रम में हार्टफुलनेस ध्यान पद्धति के माध्यम से प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिससे सभी को आंतरिक शांति और एकाग्रता का अनुभव हुआ। इस अवसर पर डॉ. अरविंद, डॉ. सुनील माथुर, डॉ. श्याम भूतड़ा, डॉ. हर्षवर्धन, अमित खंडेलवाल सहित अनेक गणमान्य अतिथि एवं सैंकड़ों की संख्या में प्रतिभागी उपस्थित रहे।

अंत में मंत्री रावत ने आयोजन से जुड़े सभी आयोजकों, प्रशिक्षकों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ध्यान और आत्मिक जागरूकता से ही एक स्वस्थ, सशक्त और विकसित समाज का निर्माण संभव है।