रूद्रपुर/जयपुर। उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लि (इफ्को) के सेवानिवृत्त अधिकारी से मनी लांड्रिंग के नाम पर 20 लाख रूपए की ठगी करने वाले शातिर अपराधी को जयपुर से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के सहायक पुलिस अधीक्षक कुश मिश्रा ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले साइबर ठगी का यह मामला सामने आया था। साइबर ठगों ने 80 वर्षीय बुजुर्ग को तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 20 लाख रूपए अपने बैंक खाता में स्थानांतरित करवा लिए।
साइबर ठगों ने वीडियो काल कर बुजुर्ग को केनरा बैंक में करोड़ों के लेनदेन के नाम पर मनी लांड्रिग का डर दिखाया। आरोपियों ने अपने का अपराध शाखा और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का अधिकारी बता कर विश्वास में लिया और कहा कि मनी लांड्रिग के तहत आपके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
यह भी डर दिखाया कि पीड़ित के बैंक खातों और जमीन जायदाद की तहकीकात की जानी है। इसी बहाने ठगों ने पीड़ित से 20 लाख रूपए की धनराशि आईसीआईसीआई बैंक के खाते में स्थानांतरित करवा ली। इसके बाद ठगों ने इस धनराशि को निकाल कर अपने खातों में डलवा ली।
बुजुर्ग को जब ठगी का अहसास हुआ था। कुमाऊं के साइबर थाना में तहरीर दी। साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार पंत को मामले की जांच सौंपी गयी। टीम ने सघन जांच के बाद साक्ष्यों के आधार पर साइबर ठग महीम सिसौदिया निवासी 111 महावीर नगर, 2, दुर्गापुरी, महारानी फार्म, जयपुर को गिरफ्तार कर लिया।
मिश्रा ने बताया कि आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है और उसके बैंक खाते में इसी माह दिसंबर में लाखों का लेन देन हुआ है। आरोपी के खिलाफ साइबर ठगी के मामले में कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत कुल सात मामले दर्ज हैं।



