अजमेर। भारत विकास परिषद अजमेर मुख्य की ओर से शुक्रवार को सूचना केन्द्र सभागार में भारत को जानो अंतर्विद्यालयी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता में 34 सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों के 130 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जो कि अब तक की सर्वोच्च संख्या है। कनिष्ठ वर्ग में केंद्रीय विद्यालय संख्या 1 तथा वरिष्ठ वर्ग में श्री बालाजी रॉयल पब्लिक स्कूल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कनिष्ठ तथा वरिष्ठ वर्ग में प्रथम रहने वाली टीमें 5 अक्टूबर को भीलवाड़ा में होने वाली प्रान्त स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगी।परिणाम इस प्रकार रहे।
कनिष्ठ वर्ग
प्रथम – केंद्रीय विद्यालय संख्या 1
द्वितीय – एच के एच स्कूल
तृतीय – माहेश्वरी पब्लिक स्कूल
वरिष्ठ वर्ग
प्रथम – श्री बालाजी रॉयल पब्लिक स्कूल
द्वितीय – माहेश्वरी पब्लिक स्कूल
तृतीय – प्रेसीडेंसी स्कूल
इस प्रतियोगिता में भारत की राजनीति, धर्म, संस्कृति, भूगोल, खेल, मनोरंजन तथा इतिहास आदि से संबंधित सवाल पूछे गए। 300 से अधिक लोगों की उपस्थिति में लीग तथा फाइनल राउंड में इमेज, ऑडियो-वीडियो तथा बज़र राउंड में क्विज मास्टर हरीश बेरी और दिलीप पारीक ने कई रोचक प्रश्न पूछे। कड़ी स्पर्धा के चलते कई बार मैच टाई हुए, जिसका निर्णय बजर राउंड द्वारा लिया गया। इस अवसर पर उपस्थित दर्शकों से भी भारत की उपलब्धियों से संबंधित रोचक सवाल पूछे गए तथा सही उत्तर देने पर पुरस्कार दिए गए।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि सुभाष नुवाल में कहा कि ज्ञान अर्जन से विकास होता है तथा स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने वेदों के ज्ञान पर प्रकाश डाला और कहा कि हमारे राष्ट्र की संस्कृति बहुत समृद्ध रही है। विशिष्ट अतिथि विक्रम सिंह राठौड़ ने कहा कि भारत को जानो प्रतियोगिता विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी मदद मिलती है।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि सीताराम गोयल ने परिषद के प्रकल्पों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता से देश के प्रति प्रेम और संकल्प भाव बढ़ता है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में इस तरह की ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं की महती आवश्यकता है।
विशिष्ठ अतिथि प्रोफेसर नारायण लाल गुप्ता ने स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही तथा भारतीय संस्कृति को अपनाने के साथ-साथ स्वयं को पहचानने की बात पर जोर दिया। प्रांतीय महासचिव आनंद सिंह राठौड़ ने सभी प्रतियोगियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इकाई अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गोयल ने कहा कि नई पीढी देश का भविष्य है और उसे हमारे राष्ट्र के गौरवपूर्ण इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। प्रकल्प प्रभारी रमेश चंद्र जाजू ने प्रतियोगिता के नियमों की जानकारी देते हुए कहा कि संकल्प शक्ति से उपलब्धि हासिल की जा सकती है। इकाई सचिव राजकुमार गोयल ने परिषद के प्रकल्पों के बारे में बताया।
विगत 29 अगस्त को अजमेर मुख्य शाखा द्वारा आयोजित ओ एम आर शीट पर 42 विद्यालयों में आयोजित लिखित परीक्षा में करीब 11000 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। भाग लेने वाले सभी विद्यालयों के विजेताओं को कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया।
प्रतियोगिता में द टर्निंग प्वाइंट पब्लिक स्कूल, गुरुकुल पब्लिक स्कूल, सतगुरु इंटरनेशनल स्कूल, राजकीय ओसवाल जैन विद्यालय, राजकीय बालिका विद्यालय कृष्णगंज, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, गुजराती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राजकीय जवाहर स्कूल, पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लोहागल, एचकेएच पब्लिक स्कूल, सेंट स्टीवंस, सावित्री, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, डेमोंस्ट्रेशन स्कूल, केंद्रीय विद्यालय संख्या 1 तथा 2, रायन इंटरनेशनल स्कूल, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोड़ियावास, प्रेसीडेंसी स्कूल, संत दादू दयाल स्कूल, सेंट एनस्लम्स, दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, न्यू पैटर्न प्रोग्रेसिव स्कूल, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय पुलिस लाइंस, मोनिया इस्लामिया, श्री बालाजी रॉयल पब्लिक स्कूल राजकीय विद्यालय तोपदड़ा, टॉक ग्लोबल अकैडमी, माहेश्वरी इंटरनेशनल स्कूल, राजकीय मॉडल बालिका विद्यालय तथा सेंट्रल एकेडमी ने भाग लिया।
सुरेश गोयल ने सभी का स्वागत किया तथा राधेश्याम अग्रवाल ने आभार व्यक्त जताया। बरखा बेरी, विजयलक्ष्मी ईनाणी तथा प्रतिभा भंडारी ने वन्देमातरम गीत की प्रस्तुति दी। अरविंद शर्मा तथा धर्मपाल गुर्जर ने तकनीकी विशेषज्ञ सेवाएं दीं। नितेश चौधरी और प्रदीप सेठ का विशेष सहयोग रहा।
इस अवसर पर सुरेश चंद गोयल, डॉ भरत छबलानी, सूरज नारायण लखोटिया, जीतमल चौहान,कमल किशोर वर्मा, लक्ष्मी नारायण बंसल, सुरेंद्र सिंह बेदी, शिवरतन न्याती, लोकेश रूपनगढ़िया, अनुपम गोयल, भरत लाल अग्रवाल, हनुमान दयाल बंसल, गोविंद वर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
वन्देमातरम के लगे नारे
जब जब जोशीले प्रसंग आए तब तब दर्शकों ने भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे लगाए। ऑपरेशन सिंदूर, अहिल्या बाई आदि के प्रश्नों के सही जवाब पर हॉल तालियों से गूंज गया।
नई तकनीक का प्रयोग
ऐसे बज़र का प्रयोग किया गया जिसमें एक सैकंड के हजारवें हिस्से तक की गणना की क्षमता थी। प्रतियोगियों के बजर हिट करते ही स्क्रीन पर उनका समय दिखाई दे जाता। सभी प्रतियोगी पूर्ण संतुष्ट नजर आए।
अभिभावकों और प्रतियोगियों ने की जमकर तारीफ
प्रतियोगियों के अभिभावकों को भी फोन से संपर्क कर आमंत्रित किया गया। कई अभिभावक आए, दो अभिभावकों, अध्यापकों और प्रतियोगियों ने मंच पर आकर परिषद का आभार व्यक्त किया और हाईटेक कार्यक्रम की प्रशंसा की।