मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति के संरक्षण में हुए महत्वपूर्ण कार्य : भजनलाल शर्मा

पाली। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार सनातन संस्कृति के उत्थान, गौसेवा और युवा, महिला, मजदूर तथा किसान सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। शर्मा मंगलवार को पाली के नेतरा में भगवान श्री मीरा-माधव मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मोदी के विकास के साथ विरासत के मंत्र को आत्मसात् करते हुए राज्य सरकार मन्दिरों और तीर्थ स्थलों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां गौशाला परिसर में बने मन्दिर में भगवान श्री मीरा-माधव सरकार की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें गौमाता की चरण धूलि से पवित्र इस पुण्य भूमि पर आने का अवसर मिला है। यहां भगवान श्रीकृष्ण और भक्त शिरोमणि मीरा बाई की आराधना होगी, जिससे नेतरा गांव की पुण्य भूमि साक्षात बैकुंठ के समान बन जाएगी।

शर्मा ने कहा कि मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में सनातन संस्कृति के संरक्षण में अनेक कार्य हुए हैं। सदियों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूर्ण हुआ है। यह मंदिर सांस्कृतिक तौर पर विश्व का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। आज करोड़ों लोगों धार्मिक भावनाओं को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री ने श्रीराम मंदिर में धर्मध्वजा फहराई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर के साथ केदारनाथ एवं बद्रीनाथ जैसे आस्था धामों में विश्व स्तरीय विकास के कार्य कराए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। प्रदेश में 129 मेलों, उत्सवों एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत 21 हजार से अधिक यात्रियों को अयोध्या और लगभग छह हजार श्रद्धालुओं को हवाई मार्ग से नेपाल में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करवाए गए। इस योजना के तहत 57 हजार से अधिक यात्रियों को ट्रेन से विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में राजस्थान से शामिल होने गए लाखों श्रद्धालुओं के लिए राज्य सरकार ने विशेष कैम्प स्थापित किया।

शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने गौ संरक्षण और संवर्धन योजनाओं के लिए दो हजार 791 करोड़ रुपए की अनुदान राशि दी है। प्रत्येक पंजीकृत गौशाला को प्रतिदिन प्रति गाय 50 रुपये और छोटे बछड़े के लिए 25 रुपए की सहायता दी जा रही है। 341 गौशालाओं में आधारभूत सुविधाओं का निर्माण कराया गया है। वहीं मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा को 11 लाख रुपए का चेक सौंपा। कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, सांसद मदन राठौड़, लुम्बाराम चौधरी, विधायक छगन सिंह राजपुरोहित तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में मौजूद थे।

शर्मा ने सोजत में बिलावास गोशाला सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीकृष्ण भगवान मन्दिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 16 कला अवतारी भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रज क्षेत्र में लीलाएं की और असुरों का नाश किया। उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के माध्यम से दुनिया को महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में गौमाता का बड़ा महत्व है। हम पहली रोटी गौमाता को देते हैं। हम नदी, पेड़ों और पहाड़ों के साथ-साथ गौमाता को भी पूजते हैं। उन्होंने आमजन से गौवंश संवर्धन का आह्वान किया।

शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि युवा, महिला, मजदूर और किसान के सशक्त होने से ही देश मजबूत होगा। उनकी मंशा अनुरूप हमारी राज्य सरकार इस दिशा में प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। राजस्थान में किसानों को किसान सम्मान निधि के अंतर्गत नौ हजार रुपये की राशि मिल रही है। इसके साथ ही उन्हें फसल बीमा योजना का लाभ सुनिश्चित करने के साथ-साथ सहकारी बैंकों से ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोपाल क्रेडिट कार्ड, मोबाइल वेटनरी सेवा और दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर अनुदान से प्रदेश में पशुपालक सशक्त हुआ है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण भगवान मंदिर परिसर में भगवान श्रीकृष्ण एवं अन्य देवी देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आयोजित यज्ञ में मंत्रोच्चार के बीच आहुति दी। उन्होंने गाय का पूजन कर गुड़ भी खिलाया। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, सांसद मदन राठौड़ और पीपी चौधरी, विधायक शोभा चौहान तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।