कांग्रेस ने बदले की भावना से निर्दोष लोगों पर कराए झूठे राजद्रोह के मुकदमें : गजेन्द्र सिंह शेखावत

जोधपुर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने अपनी आंतरिक कलह और हार के बदले की भावना से निर्दोष लोगों पर झूठे राष्ट्रद्रोह के मुकदमे दर्ज कराए।

शेखावत मंगलवार को सर्किट हाउस में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) सुधारों की पत्रकारों को जानकारी देते हुए वर्ष 2020 में राजस्थान सरकार गिराने के आरोपों पर न्यायाल के आए निर्णय पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने एसीबी और सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार कर ली है। सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन दबाया नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी आंतरिक कलह और हार के बदले की भावना से निर्दोष लोगों पर झूठे राष्ट्रद्रोह के मुकदमे दर्ज करवाए। जनता ने इसका जवाब दे दिया है और सच की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार और उसकी लीडरशिप का चाल, चरित्र और चेहरा एक बार फिर लोगों के सामने उजागर हुआ है। कांग्रेस ने कानून का गला घोट संवैधानिक व्यवस्था और जांच एजेंसी का दुरुपयोग किया।

शेखावत ने जोजरी नदी के प्रदूषण को लेकर उच्चत्तम न्यायालय की ओर से लिए गए संज्ञान पर कहा कि जोजरी दुनिया की अन्य नदियों की तरह नहीं है। यह जोधपुर से शुरू होकर 27-28 किलोमीटर तक पानी ले जाती है और समाप्त हो जाती है। पहले इसमें केवल बरसात का पानी जाता था, तब यह किसानों की खुशहाली का कारण थी लेकिन अब इसमें शहर और उद्योगों का गंदा पानी बह रहा है।

उन्होंने कहा कि जब वह केंद्रीय जलशक्ति मंत्री थ, तब वर्ष 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस विषय पर कई पत्र लिखे लेकिन अपने बेटे की हार का बदला लेने की वजह से प्रोजेक्ट को रोक दिया गया। शेखावत ने कहा कि जल, क्योंकि राज्य का विषय है, इसलिए प्रत्यक्ष रूप से भारत सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती थी। उन्होंने बताया कि भजनलाल शर्मा सरकार ने आते ही एनआरडीसी का प्रोजेक्ट तैयार कर फंड जारी कर दिया है। अब नदी की सफाई और स्लज हटाने का काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मैं इतना कहना चाहता हूं कि हमारा संकल्प था और आज भी हम संकल्प के साथ में खड़े हैं, जोजरी के प्रदूषण की समस्या समाधान करके छोड़ेंगे। शेखावत ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग प्रोजेक्ट रोक रहे थे। वही आज नदी किनारे सद्बुद्धि यज्ञ कर रहे हैं, लेकिन जनता ही बार-बार उन्हें सद्बुद्धि देती रहेगी।