अजमेर। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने सोमवार को अजमेर प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में अधिकारियों के साथ अतिवृष्टि, राहत एवं बचाव कार्य, सहायता तथा गिरदावरी के संबंध में कार्यों की समीक्षा की। कलक्टर लोक बन्धु ने विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।
प्रभारी मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित व्यक्तियों को तुरंत राहत पहुंचा जाना चाहिए। जिले में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसम्पतियों की तात्कालिक मरम्मत एवं पुनरूत्थान के कार्य मौसम ठीक होते ही करवाएं। जर्जर एवं असुरक्षित संरचनाओं का उपयोग लेने से बचा जाना चाहिए। बारिश से क्षतिग्रस्त समस्त सड़कें दिपावली से पूर्व मरम्मत होनी चाहिए। इसकी उपखण्ड स्तर से मॉनिटिरिंग हों। व्यक्तिगत सम्पति में हुए नुकसान से राहत एसडीआरएफ रिलीफ के नियमानुसार प्रदान करने के लिए प्रस्ताव बनाए जाएं।
उन्होंने कहा कि जिले में अतिवृष्टि के कारण किसी प्रकार की पशु हानि, मकान क्षति एवं जनहानि के संबंध में सर्वे के उपरांत सहायता के लिए पोर्टल पर तत्काल आवेदन करवाएं। विभिन्न जल स्त्रोतों से सुरक्षित जल निकासी सुनिश्चित की जानी चाहिए। बांधों की मजबूती पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए। अजमेर शहर के मास्टर ड्रेनेज प्लान पर भी चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि फसलों की गिरदावरी के साथ-साथ फसलों के खराबे का आंकलन भी किया जाना चाहिए। यह कार्य आगामी 10 दिवस में पूर्ण करने का प्रयास करें। इससे पीड़ित व्यक्तियों को समय पर राहत मिल सकेगी। इसी प्रकार डिजीटल क्रॉप सर्वे भी समय पर करवाएं। पंच गौरव के संबंध में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। सरकार पंच गौरव के माध्यम से प्रत्येक जिले को नई पहचान देना चाहती है।
बोराज के स्वास्तिक नगर में प्रशासन ने पहुंचाई भरपूर सहायता
अतिवृष्टि से आई प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रशासन द्वारा बोराज के स्वास्तिक नगर में भरपूर सहायता उपलब्ध करवाई गई। कलक्टर लोक बन्धु ने बताया कि अत्यधिक बारिश के कारण बोराज तालाब की पाल क्षतिग्रस्त होने से स्वास्तिक नगर में उत्पन्न विषम परिस्थितियों के दौरान प्रशासन द्वारा भरपूर सहायता उपलब्ध करवाई गई।
इस दौरान प्रत्येक प्रभावित परिवार एवं व्यक्ति के साथ प्रशासन के द्वारा गठित दल खड़े रहे। उन्हें यथासंभव बचाव एवं राहत पहुंचाई गई। इसके परिणामस्वरूप इस प्राकृतिक आपदा से उभर कर जनजीवन सामान्य होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ये राहत कार्य निरंतर जारी रहेंगे और जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री पहुँचाई जाती रहेगी।
उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन एवं अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा बड़े पैमाने पर खाद्य सामग्री और पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। रसद विभाग द्वारा अजमेर विकास प्राधिकरण व सिविल डिफेंस के लोगों की मदद से इस खाद्य सामग्री का वितरण सुनिश्चित किया गया।
पिछले तीन दिनों से चल रहे राहत कार्यों के तहत प्रभावित परिवारों को घर-घर जाकर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस दौरान 11 हजार फूड पैकेट, दूध के 3 हजार 300 पैकेट, 1500 ब्रेड पैकेट, 6 हजार कप चाय, 5 हजार पैकेट बिस्कुट, ड्राई फूड के 300 पैकेट।000 केले, 1800 पानी के कैन, 3000 छोटी-बड़ी पानी की बोतलें, 10 टैंकर पेयजल, 1000 रजाई एवं गद्दे का वितरण किया गया। अरिहंत कॉलोनी में भी 50 फूड के पैकेट बंटवाए गए।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त राहत एवं बचाव कार्यों के तहत 4 जेसीबी, 2 डंपर, 10 ट्रैक्टर एवं 40 श्रमिकों की सहायता से मिट्टी एवं मलबे की सफाई की गई। पानी के तेज बहाव को रोकने के लिए 8 हजार मिट्टी के कट्टे डाले गए। विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि समय पर भोजन और पेयजल की आपूर्ति से उन्हें बड़ी राहत मिली है। विशेष रूप से बच्चों एवं बुजुर्गों के लिए दूध, चाय और बिस्कुट की उपलब्धता बेहद सहायक सिद्ध हुई है।