बेंगलूरु। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को अपने आवास पर नाश्ते के लिए आमंत्रित किया है।
यह मुलाकात मंगलवार को होने की उम्मीद है। दोनों नेताओं के बीच तीन दिनों के भीतर नाश्ते पर यह दूसरी मुलाकात होगी। सिद्दारमैया ने 29 नवंबर को कांग्रेस आलाकमान के साथ महत्वपूर्ण बातचीत से पहले शिवकुमार को अपने आधिकारिक आवास कावेरी पर नाश्ते के लिए आमंत्रित किया था।
शिवकुमार ने निमंत्रण की पुष्टि करते हुए कहा कि हां, मैंने उन्हें (सिद्दारमैया को) नाश्ते के लिए आमंत्रित किया है। यह पूछे जाने पर कि दोनों नेता क्या चर्चा करने की योजना बना रहे हैं, उन्होंने जवाब दिया कि मैं बाद में सूचित करूंगा। सिद्दारमैया ने इस बीच कहा कि शिवकुमार ने मौखिक रूप से उन्हें मंगलवार को आने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यदि मुझे बुलाया जाता है, तो मैं जाऊंगा।
कांग्रेस नेतृत्व ने हालांकि बार-बार एकता का प्रदर्शन किया है, लेकिन लगातार नाश्ते की बैठकों की इस योजना ने मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रहे अफवाहों को फिर से हवा दे दी है। इस आमंत्रण के संबंध में पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह आंतरिक मुद्दे को कथित तौर पर दिल्ली के हस्तक्षेप के बिना कर्नाटक के भीतर ही सुलझाने के हिसाब से महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने 29 नवंबर को पत्रकारों से कहा था कि उनके और शिवकुमार के बीच कोई मतभेद नहीं है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी चर्चा 2028 के विधानसभा चुनावों और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की रणनीति पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है और भविष्य में भी नहीं होगा। हमारा ध्यान 2028 के चुनावों पर है और मैं आलाकमान के फैसले का पालन करूंगा।
इन आश्वासनों के बावजूद, शिवकुमार का समर्थन करने वाले विधायकों के एक समूह ने हाल ही में कथित नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए दिल्ली की यात्रा की थी। सिद्दारमैया के खेमे ने इस दावे को खारिज कर दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि आलाकमान गुटीय तनाव को कम करने के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल और संगठनात्मक बदलावों जैसे उपायों पर विचार कर रहा है।



