वाशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद इस साल मई में भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने का श्रेय उन्हें जाता है और उन्होंने ऊंचे आयात शुल्क की धमकी देकर संघर्ष विराम कराया था।
ट्रंप ने मंगलवार को वाशिंगटन में मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान कहा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्या हो रहा है। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान से भी पूछा कि क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जबरदस्त नफरत है।
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि वह हस्तक्षेप नहीं करते तो दोनों देश परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रहे थे। भारत ने बार-बार किसी बाहरी दबाव में सैन्य कार्रवाई रोकने की बात से इनकार किया है। उसने कहा कि यह फैसला पाकिस्तानी सेना के अनुरोध पर किया गया था।
ट्रंप ने कैबिनेट की बैठक में दावा किया कि उन्होंने मोदी से पूछा कि आप व्यापार करना चाहते हैं? यदि आप लड़ाई जारी रखेंगे तो हम आपके साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे।
अमरीकी राष्ट्रपति के अनुसार उन्होंने मोदी से 24 घंटे के भीतर लड़ाई रोकने को कहते हुए ऐसा नहीं करने पर भारी-भरकम आयात शुल्क लगाने की धमकी दी। अमरीकी राष्ट्रपति पिछले तीन महीने से अधिक समय में कई बार दावा कर चुके हैं कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकवाने के लिए उन्होंने मध्यस्थता की थी।