झुंझुनूं। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के धनुरी थाना क्षेत्र में संचालित एमडी ड्रग्स की फैक्ट्री पर पुलिस ने बुधवार को बुलडोजर चला दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो दिन पहले महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल (एएनसी) की छापेमारी में इस फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। यहां से केमिकल, मशीनों के साथ 10 किलो एमडी ड्रग्स भी जब्त की गई थी। इन सभी की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए आंकी गई थी। सुबह झुंझुनूं पुलिस ने मुर्गी फार्म में स्टोरेज हाउस एवं मशीनों के कमरों पर बुलडोजर चला दिया।
सूत्रों ने बताया कि धनुरी थाना क्षेत्र के नांद का बास गांव में अनिल सिहाग (31) इस फैक्ट्री को चलाता था। महाराष्ट्र पुलिस की एएनसी और झुंझुनूं पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया था। करीब 15 दिन पहले उसने अपने साथी सुभाष जाट के साथ यहां ड्रग्स बनाना शुरू किया था। उन्होंने यहां कई मशीनें भी लगाई थीं। यहां खतरनाक केमिकल का भी स्टोरेज था।
जिला पुलिस अधीक्षक एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि मादक द्रव्य एवं मनोत्तेजक पदार्थ एनडीपीएस एक्ट में अपना कमरा ऐसे काम के लिए देना भी अपराध है। इस मुर्गी फॉर्म हाउस में अनिल दो कमरों में एमडी ड्रग्स का पूरा काम करता था। ऐसे में इसे अवैध मानते हुए बुधवार को झुंझुनूं पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई। इस दौरान मुर्गी फार्म हाउस में बने दो कमरे, एक टीन शेड छप्पर और यहां की चारदीवारी तोड़ी गई है।
पूछताछ में अनिल ने बताया कि 13 दिसंबर की देर शाम किसी शरीफ नाम के व्यक्ति का मेरे पास फोन आया था। उसने कहा था कि उन्हें यहां आए तीन-चार दिन हो गए हैं। माल देना है तो दे जाओ नहीं तो पार्टी वापस जा रही है। इस पर मैं 14 दिसंबर को सुबह एक किलो एमडी ड्रग्स लेकर सीकर पहुंच गया।
सीकर में कलेक्ट्रेट के सामने मिलन होटल पर सुबह साढ़े छह बजे महाराष्ट्र पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस की टीम अनिल को लेकर गांव नांद का बास में उसके चाचा के मुर्गी फार्म पर पहुंची जहां 10 किलो एमडी ड्रग्स और फैक्ट्री में मशीनें मिली थी।



