मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह महाराष्ट्र में पालघर जिले के मीरा भयंदर वसई विरार इलाके में अवैध निर्माण रैकेट में शामिल बिल्डरों के परिसरों समेत 13 स्थानों पर छापे मारे।
छापे वसई विरार नगर निगम (वीवीएमसी) के तहत बिल्डरों और उनके गुर्गों से जुड़े हैं। वसई विरार इलाके में एक आवासीय-सह-व्यावसायिक इमारत के अवैध निर्माण के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत कार्रवाई की गई। तलाशी के दौरान नकदी और बैंक स्टेटमेंट जब्त किए गए। सुबह से शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक जारी रही।
ईडी के अनुसार मामला मुख्य रूप से नालासोपारा पूर्व के अग्रवाल नगर में अवैध रूप से 41 आवासीय-सह-व्यावसायिक इमारतों के निर्माण से जुड़ा है, जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और डंपिंग ग्राउंड के लिए निर्धारित 60 एकड़ जमीन पर बनाई गई हैं।
एजेंसी ने बताया कि बिल्डरों और स्थानीय गुंडों ने मंजूरी के दस्तावेजों में जालसाजी करके और बिक्री के लिए फर्जी समझौते तैयार करके इन इमारतों का निर्माण किया, जिससे भोले-भाले और गरीब निवासियों को लूटा गया। एजेंसी ने बताया कि वर्ष 2010 से 2012 के बीच बनी 41 अवैध इमारतों को बम्बई उच्च न्यायालय के निर्देश पर वीवीएमसी ने ध्वस्त कर दिया। इस ध्वस्तीकरण अभियान से 2,500 परिवार बेघर हो गए।