श्रीनगर। सेवा और श्रद्धा की भावना के तहत ईहसास फाउंडेशन ने दरगाह हज़रतबल शरीफ़ में ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर मुफ्त चाय स्टॉल लगाई। यह पहल पैग़म्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद की याद और उनकी अमर शिक्षाओं को समर्पित थी, जिन्होंने हमेशा इंसानियत के लिए रहमत, करुणा और सेवा का पैग़ाम दिया।
हज़ारों अकीदतमंद हज़रतबल पहुंचे ताकि पैग़म्बर के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हो सकें। मुफ्त चाय स्टॉल कई लोगों के लिए राहत का सबब बनी, ख़ासकर उनके लिए जो दूर-दराज़ से सफ़र करके आए थे। ईहसास फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने पूरे दिन मेहनत और अपनापन दिखाते हुए सेवा की, जो नबी-ए-करीम के संदेश करुणा और भाईचारे की झलक थी।
इस अवसर पर ईहसास फाउंडेशन के सह-संस्थापक साहिल भट ने अपने संदेश में शांति, इंसानियत और मोहब्बत की अहमियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि पैग़म्बर का जन्म केवल खुशी का अवसर ही नहीं, बल्कि उनके अनन्त संदेश रहमत, करुणा और सेवा-ए-इंसानियत की याद दिलाने का दिन है। इस मुबारक दिन पर हम ईहसास फाउंडेशन में अपना वचन दोहराते हैं कि हम मोहब्बत, एकता और शांति को बढ़ावा देंगे। इंसानियत पैग़म्बर की शिक्षा का मूल है और यह हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम की महान और ऊंची शिक्षाओं के अनुरूप फाउंडेशन भविष्य में भी ऐसे सामुदायिक और सामाजिक कार्य करता रहेगा ताकि ख़ासकर वंचित वर्ग की सेवा की जा सके।
ज़ायरिन और स्थानीय लोगों ने इस प्रयास की सराहना की और ईहसास फाउंडेशन की निरंतर सामाजिक, मानवीय और कल्याणकारी गतिविधियों की प्रशंसा की। कई लोगों ने संगठन की निःस्वार्थ सेवा और करुणा व भाईचारे की मूल्यों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को सराहा।
ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर हज़रतबल में एक आध्यात्मिक वातावरण रहा, जहां हज़ारों लोगों ने नमाज़ अदा की, पैग़म्बर पर दरूद व सलाम भेजा और विभिन्न धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। ईहसास फाउंडेशन की यह पहल उस दिन की एकता, सेवा और श्रद्धा की भावना को और भी प्रबल बना गई।