पटना। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बिहार में चलाए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत आज मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित किया गया, जिसके अनुसार पूर्व में सूची में जुड़े 22 लाख मतदाता मृत पाए गए।
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि बीएलओ की सहायता से कराए गए सर्वेक्षण में 22 लाख, 34 हजार (2.83 प्रतिशत) मतदाता मृत पाए गए, 36 लाख, 28 हजार (4.59 प्रतिशत) मतदाता स्थानांतरित हो चुके थे, सात लाख, एक हजार (0.89 प्रतिशत) मतदाताओं के नाम अन्य स्थानों पर भी पंजीकृत पाए गए।
निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस अभियान के तहत राज्य भर में बीएलओ के माध्यम से कुल सात करोड़, 89 लाख, 69 हजार, 844 गणना प्रपत्र मुद्रित करा कर संबंधित मतदाताओं के बीच वितरित किए गए थे। इनमें से 16 लाख से अधिक आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किए गए। सूची को अद्यतन करने के इस कार्य में राज्यस्तर पर 38 जिला निर्वाचन पदाधिकारी, 243 निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, 2976 सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और 77 हजार, 895 कार्यकर्ताओं ने सक्रीय भूमिका निभाई।
अब एक सितंबर तक मतदाता सूची के संबंध में दावे और आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी। इसका अंतिम निबटारा 25 सितंबर तक कर लिया जाएगा, जिसके उपरांत 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दो अगस्त से एक सितंबर तक प्रत्येक दिन (सोमवार से रविवार) सुबह 10 से शाम पांच बजे तक राज्य के सभी प्रखंड और नगर कार्यालयों में विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।