आजमगढ़ में फर्जी आईएएस अरेस्ट, नकदी व मोबाइल फोन बरामद

आज़मगढ़। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले की पुलिस ने एक जालसाज को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को राजभवन में सचिव बता कर ग्राम प्रधानों से लाखों रुपए वसूले थे।

पुलिस ने सोमवार को बताया कि हर्षवर्धन सिंह राठौर फर्जी आईएएस अधिकारी है, जो प्रदेश में विभिन्न जिलों के ग्राम प्रधानों से ऑनलाइन लाखों रुपए ऐंठने का काम कर रहा था। शातिर युवक पंकज यादव को रानी की सराय सेमरहा अण्डर पास के पास सर्विस लेन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से पुलिस ने नकदी व मोबाइल फोन बरामद किया है।

अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि करीब नौ माह पहले मुबारकपुर थाना के गोछा गांव निवासी प्रधानपति मोहम्मद आरिफ ने तहरीर दी थी कि हर्षवर्धन सिंह राठौर ने उनसे आठ लाख 26 हजार 995 रुपए की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जांच के दौरान पंकज यादव (35) बाराबंकी का नाम प्रकाश में आया।

पंकज स्थान बदलता रहता था। इतना ही नहीं, इस शातिर ने पुलिस के डर से अपनी मृत्यु की अफवाह फैलाई और मृतक अवस्था की फोटो खिंचवाकर गांव घर व जानने पहचानने वालो के साथ साथ पुलिस को भी भिजवा दिया लेकिन पुलिस ने विवेचन जारी रखी और आरोपी को 13 जुलाई को पुलिस ने रानी की सराय सेमरहा अण्डर पास के पास सर्विस लेन से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन, 32 सौ रुपए नकदी बरामद की।

अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि पूछताछ में आरोपी एनआईसी की वेबसाइट के जरिये ग्राम प्रधानों व पूर्व प्रधानों की सूची निकालकर उनसे सम्पर्क करता था। जनसूचना अधिकारी व सचिवालय अधिकारी व राजभवन का फर्जी सेक्रेटरी हर्षवर्धन सिंह राठौर बनकर उनको कॉल करता था तथा उनके खिलाफ भ्रष्टाचार व जांच आदि के आरोप लगाकर डरा धमकाकर उनसे अपने खाते तथा बताए गए जनसेवा केंद्र के खातों में पैसा मंगा लेता था।