अजमेर। राजस्थान में अजमेर में बीती रात रात और दिन में रुक रुककर हो रही जोरदार बारिश के बाद अब शहर के साथ ग्रामीण ईलाकों में भी जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। निचली बस्तियों और कई आवासीय कॉलोनियों में जलभराव से लोग घरों तक सिमटकर रह गए।
उफान पर बह रही बांडी नदी से आ रहे पानी के चलते अनासागर झील के पानी निकाली गेट खोलने के बाद स्केप चैनल ने शहर के बीच ब्रहमपुरी, सुंदर विलास, तोपदडा, पालबिचला, नगरा, खानपुरा आदि में तांडव मचा दिया। मित्तल हास्पीटल के बाहर सडक पूरी तरह जलमग्न होने से आवागमन ठप सा हो गया। रीजनल कालेज के समीप भी बरसाती पानी के फैलाव ने कहर बरपाया हुआ है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्कूली छात्रों के साथ बुजुर्गों एवं बीमारों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्कूलों में शुक्रवार को अवकाश घोषित कर दिया गया, इसके बाद देर शाम हुई बारिश ने हालात ओर बिगाड दिए ऐसे में प्रशासन ने भारी वर्षा की सम्भावना को देखते हुए शनिवार को भी जिलेभर के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया।
कलक्टर लोक बन्धु ने विभिन्न क्षेत्रों का किया निरीक्षण
कलक्टर लोक बन्धु ने क्षेत्र में वर्षा के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुष्कर, बांडी नदी एवं आनासागर एस्केप चैनल की व्यवस्थाओं का विशेष अवलोकन किया गया।
कलक्टर ने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों को फील्ड में तैनात पाया। ये स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। पुष्कर सरोवर की पवित्रता बनी रहनी चाहिए। आनासागर एस्केप चैनल के आसपास व्यक्तियों को आने से रोका जाए। नगर निगम आयुक्त देशल दान भी निरीक्षण के दौरान कलक्टर के साथ उपस्थित रहे और व्यवस्थाओं की स्थिति से अवगत हुए।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए हर सम्भव कदम उठाए जा रहे हैं। इससे सामान्य जनजीवन बना रहे। शुक्रवार सुबह तेज वर्षा के कारण कहीं कहीं जल जमा हुआ था। इसका निस्तारण किया गया। आवश्यकता होने पर मड पम्प लगाकर पानी को हटाने के निर्देश दिए गए। जल स्त्रोतों के आसपास व्यक्तियों को जाने से रोकने की कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग एवं अधिकारी क्षेत्र में सतर्कता एवं तत्परता बनाए रखें। आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। वर्तमान में सभी स्थानों पर स्थिति नियंत्रण में है। आगामी मौसम की जानकारी के अनुसार सतर्कता बनाए रखें। कहीं से भी जल भराव की सूचना मिलने पर तत्काल कार्यवाही करें। जनसेवा एवं सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़कर कार्य करें।