गाजियाबाद कोर्ट में घुसा तेंदुआ, हमले में कई लोग घायल

गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की अदालत में बुधवार की शाम एक तेंदुए के हमले में कई लोग घायल हो गए।

सूत्रों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग का दल मौके पर पहुंच गया है। शाम को तेंदुए ने आईएमटी की ओर से अचानक गाजियाबाद कचहरी में घुस आया था और उसके बाद पहली मंजिल पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में घुस गया। तेंदुए के हमले के बाद लोगों ने खुद को कमरों में बंद कर लिया। इस हमले में कम से कम 10 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट है जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार घायलों को गाजियाबाद के संजय नगर के अस्पताल तथा यशोधरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिलाअधिकारी ने घटना में घायल हुए लोगों के उपचार के निर्देश दिए हैं।

गाजियाबाद कोर्ट में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक तेंदुआ वहां घुस आया। तेंदुए ने कोर्ट के अंदर मौजूद कई लोगों पर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक सीजेएम कोर्ट के ऑफिस न.050-के सामने जूते पॉलिश करने वाले सलीम नाम के शख्स पर तेंदुए ने हमला कर घायल कर दिया। शाम 4:10 पर कचहरी में आईएमटी की तरफ से अचानक तेंदुआ घुस आया था। जिसके बाद पहली मंजिल पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में घुस गया।

तेंदुए को देख पूरे कचहरी परिसर में भगदड़ मच गई। घटना की सूचना पुलिस आयुक्त और वन विभाग को टीम को दी गई है। खबर लिखे जाने तक तेंदुआ किसी अदालत में घुसा हुआ था। जिसे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

मुकदमों की पैरवी करने आए वादी एवं प्रति वादियों को तेंदुए ने लहूलुहान कर दिया। अदालत में तीसरे तल पर कैद न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों को अदालत से बाहर निकाला जा रहा है। वन कर्मियों का कहना है कि अदालत खाली कराने के बाद ही प्रथम तल से सीढ़ी के रास्ते से निकालने का प्रयास किया जाएगा। क्योंकि अगर अभी सीढ़ी के दरवाजे को खोल दिया जाए तो किसी और पर भी हमला कर सकता है।

वन विभाग के पास तेंदुआ पकड़ने के लिए सिर्फ जाल है, इसके अलावा कोई अन्य सुविधा नहीं है जिससे कि तेंदुए को बेहोश किया जा सके या पकड़ सके। भीड़ को देखकर बंद चैनल के अंदर से दो बार तेंदुए ने झपट्टा मारा और वन विभाग की टीम मूक दर्शक बनी देखती रही।