नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक साधारण कार्यकर्ता से उठकर राजनीति का लम्बा सफर करने वाले 68 वर्षीय राधाकृष्णन को राजग का उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा रविवार शाम को यहां राजग के मुख्य घटक दल भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद की गई। भाजपा मुख्यालय पर हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे।
नड्डा ने निर्णय की जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राधाकृष्णन को सर्व सम्मति से राजग का उम्मीदवार चुना गया है और सत्तारूढ़ गठबंधन के अन्य दलों से इस बारे में चर्चा हो चुकी है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राजग चाहता है कि उप राष्ट्रपति के पद का चुनाव सर्वसम्मति से हो जाए, इस विषय में विपक्षी दलों से भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि उपराष्ट्रपति निर्विरोध चुने जाएं। उन्होंने सभी सांसदों से राधाकृष्णन को समर्थन देने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस निर्णय पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में, सीपी राधाकृष्णन जी ने अपनी लगन, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। विभिन्न पदों पर रहते हुए, उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और वंचितों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है।
राज्य सभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राधाकृष्णन से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। उपराष्ट्रपति पदेन राज्य सभा के सभापति होते हैं। उपराष्ट्रपति का पद जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से रिक्त है। इसके लिए चुनाव आयोग ने आवश्यकता पड़ने पर 9 सितंबर को मतदान कराने के कार्यक्रम की घोषणा की है। इसके लिए नामांकन 21 अगस्त तक भरे जाएंगे।
निर्वाचक मंडल में राज्य सभा के सभी सदस्य तथा लोक सभा के सभी निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। निर्वाचक मंडल में भाजपा नीत राजग को स्पष्ट बढ़त होने को देखते हुए राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति चुना जाना एक तरह से तय हो गया है।
राधाकृष्णन का का राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है। वह 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और इससे पहले वह डेढ़ वर्ष तक झारखंड के राज्यपाल रहे। उन्होंने कुछ समय तक तेलंगाना के राज्यपाल और पुड्डुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला।
सार्वजनिक जीवन में पांच दशकों से अधिक के अनुभव के धनी राधाकृष्णन तमिलनाडु की राजनीति और सार्वजनिक जीवन में एक सम्मानित नाम हैं। 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में कार्य किया और वह 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
वह वर्ष 1996 में तमिलनाडु प्रदेश भाजपा के सचिव नियुक्त किए गए और 1998 के चुनाव में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1999 में वे पुनः लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कपड़ा संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।