एमडीएसयू में विद्या परिषद की बैठक, शैक्षणिक व प्रशासनिक सुधार के लिए बडे फैसले

अजमेर। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में विद्या परिषद् की बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस दौरान महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय का प्राथमिक लक्ष्य उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को और सुदृढ़ करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 शिक्षा को अधिक समावेशी, अभिनव और गुणात्मक बनाती है तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, आधाुनिक कौशल और तकनीकी शिक्षा की दिशा में परिवर्तनकारी कदम है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को विश्वविद्यालय में सभी सदस्यों के सहयोग से प्रभावी ढंग से लागू किया जाकर डिजिटल शिक्षा और अनुसंधान के विस्तार के माध्यम से विद्यार्थी समुदाय को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए सशक्त बनाया जाएगा।

हमारा विश्वविद्यालय विभिन्न समितियों एवं नीतियों के माध्यम से निरन्तर नए आयाम स्थापित करता जा रहा है। सकारात्मक पत्रकारिता और समाज का सहयोग हमारी प्रगति का प्रेरणा-स्रात है। विद्या परिषद् की यह बैठक विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्यप्रणाली को नई दिशा देने वाली साबित होगी। बैठक में निम्नानुसार निर्णय लिए गए-

1. विद्या परिषद् की 77वीं एवं 78वीं बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि की गई साथ ही 76वीं, 77वीं एवं 78वीं बैठक की अनुपालना रिपोर्ट की भी पुष्टि की गई।

2. कुलगुरू के द्वारा विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत प्राप्त शक्तियों के तहत लिए गए निर्णयों यथा-संकायाध्यक्ष-शिक्षा एवं वाणिज्य संकाय की नियुक्ति, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पत्रानुसार पात्र विद्यार्थियों को शुल्क वापसी, परीक्षा परिणाम घोषित करने हेतु समय-समय पर आयोजित बैठकों इत्यादि की पुष्टि की गई।

3. विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रम/प्रोग्राम मे ऑनलाईन पाठ्यक्रम SWAYAM, MOOCS, NPTEL इत्यादि को लागू करने हेतु समिति गठन का निर्णय लिया गया।

4. विश्वविद्यालय के प्रबन्ध अध्ययन विभाग में कार्यरत सह-आचार्य एवं सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष के कैरियर उन्नति योजना हेतु प्राप्त पैनल को स्वीकार कर अनुशंसित किया गया।

5. विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर स्तर के सत्र 2024-25 में लागू पाठ्यक्रमों को यथावत ही सत्र 2025-26 हेतु प्रवृत्त एवं मान्य करते हुए विश्वविद्यालय की वैबसाईट पर अपलोड करने का निर्णय लिया गया।

6. सत्र 2026-27 से महाविद्यालयों में (बी.एड. महाविद्यालयों के अतिरिक्त) संचालित पाठ्यक्रमों की अस्थाई सम्बद्धता वृद्धि हेतु, कमियों के आधार प्रति पाठ्यक्रम (अतिरिक्त संचालित विषयों को छोड़कर) राशि 50,000 हजार रुपए आर्थिक दण्ड लगाये जाने का निर्णय लिया गया।

7. विश्वविद्यालय परिसर में संचालित सिन्धु शोध पीठ में Certificate programme in Sindhi लागू करने का निर्णय लिया गया।

8. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप तैयार किये गये चार वर्षीय ऑनर्स पाठ्यक्रम को अनुमोदित कर विश्वविद्यालय की वैबसाईट अपलोड किये जाने का निर्णय लिया गया।

9. संगीत विषय में संगीत (कंठ) एवं संगीत वाद्य (सितार) इत्यादि के पृथक-पृथक पाठ्यक्रम लागू करने एवं तद्नुसार उपाधि जारी करने के संबंध में समिति का गठन किया गया।

10. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों को तैयार करने का निर्णय लिया गया।

11. विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में चुनावी शिक्षा को लागू करने हेतु समिति गठन का निर्णय लिया गया।

12. विश्वविद्यालय की संस्थागत विकास योजना को स्वीकार किए जाने का निर्णय लिया गया, इस हेतु कुलगुरू को अधिकृत किया गया।