मेघालय : हिंसा भड़कने के बाद तुरा में रात का कर्फ्यू लगाया

शिलांग। मेघालय के तुरा में सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) पर भीड़ द्वारा पथराव के बाद शहर में रात का कर्फ्यू लगाया गया।

सीएमओ पर जिस समय पथराव हुआ उस समय मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा राज्य में नौकरी आरक्षण नीति की समीक्षा करने के अलावा, तुरा को मेघालय की ‘शीतकालीन राजधानी’ घोषित करने की मांग पर नागरिक समाज समूहों के साथ बातचीत कर रहे थे।

पुलिस महानिदेशक एलआर बिश्नोई ने कहा कि भीड़ द्वारा पथराव के बाद एक महिला पुलिसकर्मी और एक अग्निशमन कर्मी सहित करीब छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। बिश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री सुरक्षित और स्वस्थ्य हैं।

बिश्नोई ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों को तुरा सिविल अस्पताल ले जा रही एक एम्बुलेंस पर भी भीड़ ने हमला किया। उन्होंने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे। स्थिति अब नियंत्रण में है। हमने क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा है।

मुख्यमंत्री संगमा कैबिनेट मंत्री मार्कुइस मराक के साथ अचिक कॉन्शियस होलिस्टिकली इंटीग्रेटेड क्रिमा (एसीएचआईके) और गारो हिल्स स्टेट मूवमेंट कमेटी (जीएचएसएमसी) के आंदोलनकारी सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे थे। जो अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए पश्चिम गारो हिल्स के जिला मुख्यालय तुरा में दो सप्ताह से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं।

सीएमओ ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री सीएमओ तुरा में तीन घंटे से अधिक समय तक आंदोलनकारी संगठनों के साथ शांतिपूर्ण चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारी समूहों को अस्थायी रूप से 8 या 9 अगस्त को शिलांग में सभी हितधारकों की उपस्थिति में चर्चा के लिए आमंत्रित किया है।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने घायल कर्मियों के लिए 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उनका पूरा चिकित्सा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।