जनसमस्याएं सुनकर अधिकारियों को दिए त्वरित समाधान के निर्देश
अजमेर। जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत शुक्रवार को पुष्कर स्थित एक रिसोर्ट पुष्कर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से संवाद कार्यक्रम के दौरान खोड़ा गणेश, सराधना, नरवर, रूपनगढ़, पुष्कर एवं बुढ़ा पुष्कर मंडल के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए।
इस अवसर पर रावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल समाधान के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के परिश्रम से ही पार्टी मजबूत होती है और सरकार बनती है। इसलिए कार्यकर्ताओं की समस्याएं हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा सहित अन्य विषयों पर संवाद
कार्यकर्ता संवाद में पेयजल, बिजली, ग्राम विकास, सड़क, सहकारिता, शिक्षा एवं राजस्व आदि से जुड़ी समस्याएं प्रमुखता से सामने आईं। मंत्री रावत ने इन समस्याओं की गंभीरता को समझते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे कार्यकर्ताओं एवं आमजन की शिकायतों को संवेदनशीलता से सुनें और त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि यदि आप जनसेवक के रूप में कार्य नहीं कर सकते तो स्थानांतरण के लिए तैयार रहें। अब समय आ गया है कि विभागीय कार्य शैली में सुधार हो और जनता को राहत मिले।
पुष्कर कानस मार्ग पर जल भराव से निजात के लिए भेजें प्रस्ताव
कार्यकर्ताओं ने बारिश के मौसम में पुष्कर कानस मार्ग पर चार-चार फीट पानी जमा की समस्या से अवगत कराया तो मंत्री रावत ने उपखंड अधिकारी और जल संसाधन विभाग के अधिकारी को प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए और भरोसा दिलाया कि प्रस्ताव आते की स्वीकृत कर दिया जाएगा। मंत्री रावत ने पुष्कर घाटों पर रात्रि गश्त बढ़ाकर श्रद्धालुओं और क्षेत्रवासियो की सुरक्षा पुख्ता करने के भी निर्देश दिए।
फोन नहीं उठाने वाले अधिकारियों को दी सख्त चेतावनी
मंत्री रावत ने संवाद के दौरान कार्यकर्ताओं से प्राप्त शिकायतों का उल्लेख करते हुए कहा कि सबसे अधिक शिकायत अधिकारियों द्वारा फोन नहीं उठाने की मिल रही है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह जनता और कार्यकर्ताओं के प्रति उपेक्षा को दर्शाता है। उन्होंने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि अब इस कार्यशैली में सुधार लाएं और कार्यकर्ताओं को सम्मानपूर्वक सुनें।
पेयजल संकट को लेकर जताई गंभीर चिंता, मांगी साप्ताहिक रिपोर्ट
मंत्री रावत ने पेयजल संकट को अत्यंत गंभीर मुद्दा बताते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलापूर्ति व्यवस्था को तत्काल सुचारू किया जाए और प्रत्येक सप्ताह क्षेत्रवार रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या जनजीवन से जुड़ी है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिजली ट्रिपिंग और मानसून को लेकर दिए निर्देश
मानसून और उमस के मौसम को देखते हुए बिजली विभाग को ट्रिपिंग से जुड़ी शिकायतों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मंत्री रावत ने कहा कि अब शिकायतों के लिए कार्यकर्ताओं को मेरे पास नहीं आना चाहिए, स्थानीय स्तर पर ही समाधान सुनिश्चित किया जाए।
अधिकारियों-कार्यकर्ताओं का कराया परिचय
मंत्री रावत ने बताया इस कार्यकर्ता संवाद का प्रमुख उद्देश्य यही है कि अधिकारी वर्ग कार्यकर्ताओं को पहचाने और कभी भी समस्या बताए जाने पर तुरंत समाधान करें। कार्यकर्ताओं द्वारा किसी समस्या के संबंध में अधिकारी की शिकायत नहीं आनी चाहिए। अधिकारी जन सेवा की भावना के अनुसार समाधान और राहत कार्य करें।
जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों का पेम्फलेट्स जारी
मंत्री रावत ने कार्यकर्ताओं को सरकार के विकास कार्यों और योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने विगत कार्यकालों में कराए गए प्रमुख विकास कार्यों, वर्तमान कार्यकाल में स्वीकृत और प्रस्तावित परियोजनाओं तथा राज्य एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी को संकलित कर पेम्फलेट्स के रूप में जारी किया। मंत्री रावत ने कहा कि यह पेम्फलेट न केवल कार्यकर्ताओं के लिए एक उपयोगी उपकरण है, बल्कि आम जनता को भी भाजपा सरकार के विकास कार्यों से अवगत कराएगा। इससे जनसंपर्क मजबूत होगा और विपक्ष के भ्रम फैलाने वाले प्रचार का भी प्रभावी उत्तर दिया जा सकेगा।
जन जागरूकता से ही पार्टी को मजबूती
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सिद्धांत पर काम कर रही है और इन योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी जनता तक पहुंचाकर पार्टी परिवार को मजबूती प्रदान करनी है।रावत ने कहा कि भाजपा एक कार्यकर्ता-आधारित पार्टी है और हर कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जनसेवा की भावना से कार्य करें और समय पर, सही समाधान की नीति अपनाएं।