राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सेनाओं की वीरता की सराहना

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सीमापार से संचालित आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेनाओं की वीरता, समर्पण और सफलता की सराहना की है।

प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने बुधवार को यहां एक साथ मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात कर उन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के विषय में जानकारी दी।

राष्ट्रपति तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर हैं। जनरल चौहान के साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह तथा नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने राष्ट्रपति को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई की जानकारी दी।

राष्ट्रपति भवन ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर दी और कहा कि इन शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने राष्ट्रपति को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया। पोस्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत के जवाब को शानदार सफलता बना दिया।

पहलगाम में पाकिस्तान की शह पर आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों की चुन-चुन कर हत्या किए जाने के जवाब में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के अड्डों और उनकी मदद करने वालों के खिलाफ छह-सात मई की दरमियानी रात में कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें 100 से अधिक दुर्दांत आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।

इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की सेनाओं की ओर से भारत के नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, जिसे नाकाम करते हुए भारत ने उसके कई सैन्य अड्डों और वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया।