अजमेर में प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीत मालविया ने 120 दिव्यांगों को वितरित की स्कूटी

अजमेर। जल संसाधन, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालविया ने रविवार को वैशाली नगर स्थित बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी वितरण कार्यक्रम में 120 दिव्यांगों को स्कूटी वितरित की।

प्रभारी मंत्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीया ने कहा कि दिव्यांगों को दैनिक जीवन में सामान्य व्यक्ति से अधिक संघर्ष करना पड़ता है। सरकार इनके संघर्ष को कम करने के लिए सदैव तत्पर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा घोषित मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी वितरण कार्यक्रम इसी दिशा में ही एक कार्य है। एक ही साल में 120 दिव्यांगों को स्कूटी देना अपने आप मेें एक रिकॉर्ड है। दिव्यांगों का चिन्हीकरण कर लाभान्वित करना पुण्य का कार्य है।

उन्होंने कहा कि इस योजना से लाभान्वित होने से दिव्यांगों का जीवन आनन्दित होगा। वे मुख्य धारा की रफ्तार के अनुसार चल पाएंगे। अपने व्यवसाय तथा कार्यक्षेत्र में अच्छीगुणवता के साथ कार्य कर सकेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत ने सभी दिव्यांगों को स्कूटी उपहार में दी है। बजट ने प्रत्येक वर्ग, क्षेत्र तथा राज्य को आगे लाने का कार्य किया है। उन्होंने राज्य का भूगोल बदल दिया है। नए जिले तथा संभाग बना कर प्रशासन को आमजन के और नजदीक पंहुचा दिया।

कलक्टर अंश दीप ने कहा कि राज्य में सबसे बडी संख्यामें स्कूटी वितरण का कार्यक्रम आज अजमेर में हुआ। पहले के मुकाबले स्कूटी वितरण की संख्या बढ़ी है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से दिव्यांगों को मिलने वाले अवसरों मेें वृद्धि होगी। वे सामान्य व्यक्ति की तरह कार्य करेंगे। बधिर विद्यालय दिव्यांगों को प्रशिक्षित कर बहेतर नागरिक तैयार कर रहा है। इसी प्रकार दिव्यांग क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं को प्रयास करने चाहिए।

वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश टण्डन ने नए जिले तथा संभाग बनाने पर खुशी जाहिर की। राजस्थान देश में समाज कल्याण के क्षेत्र मेंं अग्रणी है। सरकार प्रत्येक जरूरतमंद को राहत देने के लिए संकल्पबद्ध है। फ्लैशिप योजनाओं ने समाज के वंचित वर्ग को आगे लाने का कार्य किया है। रवि तोषनीवाल ने बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक प्रफुल्ल चन्द चौबीसा ने कहा कि दिव्यांगों के प्रति संवेदनशीलता के कारण सरकार द्वारा दिव्यांगों को स्कूटी वितरित की गई। इस कदम में इनकी चलन बाधिता खत्म होगी। कार्यक्रम में वितरित 120 स्कूटी में प्रत्येक की कीमत लगभग 86 हजार है। सरकार द्वारा दिव्यांगों को बीपीएल के समकक्ष माना गया है।

कार्यक्रम में बधिर विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सांकेतिक भाषा में वन्दे मातरम प्रस्तुत किया गया। उन्होंने प्रेरणा दायक विचारों से ओतप्रोत नाटिका का मंचन किया। इनका भावपूर्ण अभिनय और भाव भंगिताओं ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। प्रभारी मंत्री मालवीया ने प्रधानाचार्य संत कुमार, सीफार के आनन्द मोटित परिविक्षा अधिकारी इन्द्रजीत, कनिष्ठ सहायक प्रकाश चन्द जांगिड़ को सम्मानित किया।

इस अवसर पुलिस अधीक्षक चूना राम जाट, नगर निगम के आयुक्त सुशील कुमार, पार्षद हेमन्त जोधा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुज पिंगोलिया, सीडीपीओ विमलेश डेटानी सहित जन प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।