राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा ने की सौदेबाजी की कोशिश : फारूक अब्दुल्ला

श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी ने उनकी पार्टी से संपर्क करके कहा था कि वे कुल चार में से तीन राज्यसभा सीटें रख लें और एक सीट उन्हें दे दें लेकिन उनकी पार्टी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा कर चुनाव लड़ने का फैसला लिया।

अब्दुल्ला का यह दावा उस दिन के बाद आया जब भाजपा ने नेशनल कांफ्रेंस को चौंकाते हुए चार में से एक राज्यसभा सीट जीत ली। भाजपा को विधानसभा में अपनी ताकत 28 से चार अधिक यानी 32 वोट मिले जबकि नेशनल कांफ्रेंस ने तीन सीटें जीतीं।

अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि मीडिया में आंतरिक मतभेद की अटकलों के बावजूद उनके सभी विधायक एकजुट रहे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के सभी विधायक एकजुट थे। एक को भी तोड़ नहीं पाए। अखबार लिखते थे कि एकता नहीं है, लेकिन आपने देखा, हम साथ खड़े रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने नेशनल कांफ्रेंस उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और अन्य लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दुख है कि चौथा जीत नहीं सका। उसे 21 वोट मिले क्योंकि जो वादा किया गया था, उन्होंने हमारे लिए नहीं मतदान किया। चुनाव में ऐसी चीजें होती रहती हैं। भगवान जानता है क्या हुआ।

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष और विधायक साजिद लोन के क्रॉस-वोटिंग एवं भाजपा के साथ फिक्स मैच के दावों को अब्दुल्ला ने निराधार बताते हुए कहा कि हर कोई कुछ न कुछ कहता रहता है। अगर हमने उन्हें (भाजपा) सीट दे दी होती, तो हमारा चौथा उम्मीदवार 21 वोट कैसे पा सकता था? हमने किसी को नहीं दिया।

अब्दुल्ला ने खुलासा किया कि चुनाव से पहले भाजपा ने ही सौदा प्रस्तावित किया था। उन्होंने कहा कि वे हमारे पास आए और कहा कि चुनाव मत लड़ो। हमें एक सीट दो, और आप तीन ले सकते हो। हमने कहा नहीं, हम मैदान में आए हैं और मैदान में ही निर्णय लेंगे।