अजमेर। फॉयसागर रोड स्थित माता पदमावती मंदिर में नवरात्र महोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। मंगलवार रात अष्टमी के अवसर पर मंदिर प्रांगण में मनोकामनापूर्ण रोग निवारक विशेष महाआरती का आयोजन किया गया।
महाआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर समिति के अनुसार आरती में शामिल होने से असाध्य रोगों से पीड़ित लोगों को लाभ मिलता है। विशेषकर वे लोग जिन्हें दवाइयों से आराम नहीं मिलता तथा माइग्रेन से पीड़ित रोगियों को भी इस आरती से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। कई श्रद्धालु पूर्व में भी इस आरती से लाभान्वित हो चुके हैं।
आयोजन का संचालन गुरु मां मोना (पत्नी स्व राजेश जैन गुरुजी) के मार्गदर्शन में हुआ। इस दौरान माता का भव्य श्रृंगार और गगनभेदी मंत्रोच्चारण ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
इस कष्ट निवारक महाआरती में किशन खंडेलवाल, मनोज कुमार किशनगढ़, सतीश टाक, किशन गुप्ता, रामूजी पहलवान, अर्चना, पंकज, लता, ज्योति, पुनम, जूली सहित सैकड़ों भक्तजनों ने भाग लिया।
महाआरती के साथ माताजी का खजाना भी बांटा गया, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुभव रहा। उपस्थित भक्तों ने कहा कि नवरात्र के पावन अवसर पर माता पदमावती की विशेष कृपा से इस आरती का महत्व और भी बढ़ गया।
मंदिर समिति ने बताया कि अजमेर का यह एकमात्र मंदिर है, जहां भक्त स्वयं माता की आरती अपने हाथों से करते हैं। यही परंपरा इसे शहर के अन्य मंदिरों से अलग पहचान दिलाती है। समिति का मानना है कि ऐसे आयोजन श्रद्धालुओं के मनोबल को मजबूत करते हैं और उनकी भक्ति को और गहरा बनाते हैं।