कोलकाता। कुलदीप यादव (54-3) की हैट्रिक और अन्य गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने आस्ट्रेलिया को दूसरे वनडे मैच में गुरुवार को 50 रनों से हरा दिया।
भारत ने ईडन गरडस स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान विराट कोहली (92) और अजिंक्य रहाणे (55) के मदद से आस्ट्रेलिया के सामने 253 रनों का अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य रखा था। लेकिन, आस्ट्रेलियाई टीम एक बार फिर स्पिन के जाल में फंस गई और 43.1 ओवरों में 202 रन ही बना सकी।
उसके लिए मार्कस स्टोइनिस ने नाबाद 62, कप्तान स्टीव स्मिथ ने 59 रन बनाए। ट्रेविस हेड ने 39 रनों का योगदान दिया।
कुलदीप ने 33वें ओवर की दूसरी, तीसरी, और चौथी गेंद पर मैथ्यू वेड (2) एश्टन अगर (0) और पैट कमिंस (0) को आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की और मेहमानों की हार तय कर दी। उनकी हैट्रिक के बाद आस्ट्रेलिया का स्कोर 148 रनों पर आठ विकेट था।
वह वनडे में भारत के लिए हैट्रिक लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। उनसे पहले चेतन शर्मा ने 1987 में नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ और पूर्व कप्तान कपिल देव ने 1991 में श्रीलंका के खिलाफ इसी मैदान पर हैट्रिक ली थी।
भुवनेश्वर कुमार (6.1 ओवर में महज नौ रन) ने मेहमान टीम को अच्छी शुरुआत से वंचित रखा और नौ के कुल स्कोर पर उसके दोनों सलामी बल्लेबाजों हिल्टन कार्टराइट (1) और डेविड वार्नर (1) को पवेलियन भेज दिया।
इसके बाद कप्तान स्टीवन स्मिथ (59) और ट्रेविस हेड (39) ने टीम को संभाला। दोनों ने टीम को खराब शुरुआत से बाहर निकाला और अच्छी स्थिति में ले गए। जब लगा कि यह जोड़ी आस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा देगी, तभी भारतीय स्पिनरों ने उसके अरामनों पर पानी फेर दिया। लेग स्पिनर चहल ने हेड को अर्धशतक से पहले ही रोक दिया। हेड 85 के कुल स्कोर पर मनीष पांडे के हाथों लपके गए।
ग्लैन मैक्सवेल का तूफान दो चौकों की मदद से 14 रन बनाकर चहल की फिरकी में बंध गया। मैक्सवेल 106 के कुल स्कोर पर धौनी द्वारा स्टम्पिंग कर दिए गए। कप्तान टिके हुए थे और उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था, लेकिन इसके बाद वह रन लेने की जल्दबाजी में रन आउट हो गए। 138 के कुल स्कोर तक मेहमान टीम ने अपने पांच विकेट खो दिए थे और टीम गहरे संकट में नजर आ रही थी।
कुलदीप ने फिर अपना जादू दिखाया और वेड, अगर और कमिंस के विकेट लेकर अपना नाम इतिहास में दर्ज कराया। अंत में स्टोइनिस ने जरूर संर्घष किया लेकिन जीत नहीं दिला पाए। भुवनेश्वर ने केन रिचर्डसन को आउट कर भारत को श्रृंखला की दूसरी जीत दिलाई।
इस जीत के साथ भारत की टीम पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे हो गई है। इससे पहले आस्ट्रेलियाई गेंदबादों ने खराब शुरूआत से वापसी करते हुए भारत को विशाल स्कोर बनाने से रोक दिया।
भारतीय मध्यक्रम और निचला क्रम पूरी तरह से ढह गया और टीम पूरे 50 ओवर खेलने के बाद 252 रन ही बना सकी। टीम का आखिरी विकेट अंतिम ओवर की आखिरी गेंद पर युजवेंद्र चहल (1) के रूप में गिरा।
मेजबान टीम के विए कप्तान कोहली और रहाणे के अलावा कोई भी बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल सका। आस्ट्रेलिया के लिए केन रिचर्डसन और नाथन कल्टर नाइल ने तीन-तीन विकेट लिए।
कोहली और रहाणे जब खेल रहे थे, तब लग रहा था कि मेजबान टीम बड़े स्कोर तक आराम से पहुंचेगी, लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद उसे कोई बड़ी साझेदारी नहीं मिली और आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने उसे बड़े स्कोर तक नहीं जाने दिया।
रहाणे और कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 102 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (7) के 19 रनों के कुल स्कोर पर आउट हो जाने के बाद आई। नाइल ने अपनी ही गेंद पर अच्छा कैच पकड़कर रोहित को पवेलियन भेज मेजबान टीम को पहला झटका दिया।
हालांकि दूसरे सलामी बल्लेबाजी अजिंक्य रहाणे विकेट पर खड़े थे। उन्होंने कप्तान का बखूबी साथ दिया और लगातार स्ट्राइक रोटेट करते रहे। कोहली, रहाणे की अपेक्षा थोड़ा तेज खेल रहे थे। उन्होंने रहाणे से पहले अपना 45वां अर्धशतक पूरा किया। 22वें ओवर की पांचवीं गेंद पर एश्टनर अगर द्वारा फेंकी गई गेंद पर एक रन लेकर उन्होंने पचास रने पूरे किए।
रहाणे ने अगले ओवर की पांचवीं गेंद पर एक रन लिया और अपने वनडे करियर का 20वां अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद वह विकेट पर ज्यादा देर नहीं टिक पाए। दो रन लेने की जल्दबाजी में वह रन आउट हो गए। उन्होंने 64 गेंदों की अपनी पारी में सात बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया।
रहाणे के बाद चौथे नंबर पर आए मनीष पांडे एक बार फिर विफल रहे और चार रन ही बना पाए। वह एश्टन अगर की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके स्थान पर बल्लेबाजी करने आए केदार जाधव (24) ने कोहली के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। यह जोड़ी लय पकड़ ही रही थी कि जाधव ने नाइल की गेंद को सीधे प्वांइट पर खड़े ग्लैन मैक्सवेल के हाथों में खेल दिया।
इसी बीच कोहली अपने 31वें वनडे शतक की ओर बढ़ रहे थे। जैसे ही वह 90 के स्कोर पर पहुंचे, उनके खेल में हड़बड़ी देखी गई। इसी कारण वह आठ रन से रिकी पोंटिंग को पीछे करने से चूक गए। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग के वनडे में 30 शतक हैं। कोहली वनडे में शतकों के मामले में पोंटिंग के बराबर हैं। कोहली ने 107 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके मारे।
कोहली के बाद पिछले मैच के हीरो महेंद्र सिंह धौनी, रिचर्डसन की गेंद पर शॉर्ट कवर्स पर स्टीवन स्मिथ को कैच दे बैठे। इसके बाद विकटों की झड़ी लग गई और भारत बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच सका। पिछले मैच में तूफानी पारी खेलने वाले हार्दिक पांड्या और भवुनेश्वर कुमार ने 20-20 रन बनाए। कुलदीप यादव बिना खाता खोले आउट हुए। जसप्रीत बुमराह 10 रनों पर नाबाद लौटे।