शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला समेत राज्य के अधिकांश पर्यटक स्थल पर्यटकों से गुलजार हो उठे हैं। राज्य का कोई भी छोटा बड़ा पर्यटक स्थल इस समय पर्यटकों की रेलमपेल से गुजर रहा है।
शिमला के अलावा मनाली, डल्हौजी, चंबा, चायल, नारकण्डा और कुफरी में सैलानियों की तादाद अचानक बढ़ गई है। इसके चलते जहां एक ओर पर्यटन व्यवसायी चांदी कूट रहे हैं, वहीं आम लोगों को पर्यटकों के अधिक संख्या में आने से दिक्कतें भी हो रही हैं, क्योंकि खासकर अधिकांश स्थानों पर यातायात जाम की समस्या पैदा रही है।
शिमला में हिमपात न पाकर पर्यटकों को कुछ निराशा अवश्य हो रही है, मगर वे दूर स्थित ऊंचे पहाड़ों पर पड़ी बर्फ को निहार कर अपना मन बहला रहे हैं। अब आने वाले दिनों में सैलानियों को शिमला में अच्छे हिमपात का बेसब्री से इंतज़ार है और फिलहाल वे यहां ठंडे मौसम का भरपूर आनंद ले रहे हैं।
पहाड़ों की रानी शिमला का हर छोटा-बड़ा होटल पर्यटकों से पैक हैं। इसके चलते यहां के लगभग सभी छोटे-बड़े होटल पर्यटकों से भरे हुए हैं और बिना बुकिंग के शिमला पहुंच रहे पर्यटकों को कई मौकों पर परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है।
पर्यटकों की भारी आमद को देखते हुए शहर के बड़े होटलों ने पैकेज आरंभ कर दिए हैं जिसके तहत पर्यटकों को कम से कम एक दिन के लिए किसी भी होटल में कमरा नहीं दिया जा रहा है और कम से कम दो या तीन दिन के लिए ही कमरे मिल रहे हैं।
राजधानी में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से यहां वाहनों का दबाव बढ़ना भी स्वभाविक है और ट्रैफिक जाम की समस्या से पर्यटक व स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं।
आलम यह है कि न्यू बस स्टैंड से ओल्ड बस स्टैंड तक पहुंचने में यात्रियों को घंटे लग रहे हैं। बाहरी राज्यों के वाहनों की आवाजाही बढ़ने से ओल्ड बस स्टैंड से तारादेवी तक कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर दिन भर लंबा जाम लग रहा है।
दूसरी ओर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए शिमला में इन दिनों जहां फेस्टिवल की धूम है और विंटर कार्निवाल जैसे आयोजन भी पर्यटकों को अपनी ओर लुभा रहे हैं।
शहर के रिज मैदान पर आयोजित हो रहे इन कार्निवाल में भारी संख्या में पर्यटक अपने चहेते कलाकारों और हिमाचली संस्कृति की झलक पाने के लिए देर रात तक उमड़ रहे हैं, हालांकि इन पर्यटकों को संभालने में पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत भी करनी पड़ रही है।