अंबाला/चंडीगढ़। तीन युवा बेटों व एक युवा बेटी के पिता मोबिन पूर्वजों की गलती को सुधारने और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए मुसलमान से हिंदू बने हैं।
मोबिन की माने तो पाकिस्तान के मुस्लिम आतंकवादी भारत की एकता व अखंडता को खंडित कर रहे हैं। हिंदू बनकर वह उन्हें यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत में रहने वाला मुसलमान सबसे पहले हिंदुस्तानी है और खुश है, अपने परिवार के साथ खुशी खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है।
उनका मानना है कि पाकिस्तान की हरकतों की वजह से भारतीय मुसलमानों को अत्यंत लज्जाजनक स्थिति का सामना करना पड़ता है। वह अपनी हरकतों से बात नहीं आ रहा, ऐसे में उसे यह संदेश देना जरूरी है कि यदि उसने अपनी नापाक हरकतें बंद नहीं की तो भारत में रहने वाले मुसलमान दोबारा अपने उस मूल हिंदू धर्म में लौट कर हिंदुस्तानी हो जाएंगे जिन्होंने मुस्लिम हमलावरों के डर से धर्म परिवर्तन कर लिया था।
उन्होंने खुलासा किया कि कश्मीर में पंडितों में एक गौत्र डर था लेकिन धर्म परिवर्तन करके वह डार हो गए। उसी गौत्र में से वह भी हैं। मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले मोबिन के परिवार में 40 वर्षीय पत्नी शकीला के अलावा 22 वर्षीय अलीम अहमद, 18 वर्षीय मोसिन अहमद, 14 वर्षीय मुस्तफा अहमद व 20 वर्षीय मोबिना डार एक बेटी है। सभी यमुनागर ही रहते हैं।
सबसे बड़ा बेटा अलीम अहमद यमुनानगर में ही विवाहित है। पुत्रवधू सनहा है और बेटी मोबिना एमकॉम की पढ़ाई बिलासपुर में कर रही है। एफसीआई में कार्यरत मोबिन की माने तो बेशक वह इस समय अकेले हिंदू बने हैं लेकिन आने वाले समय में अन्य भी इस रास्ते पर आकर अपने पूर्वजों के मूल धर्म में वापस आएंगे।
उनके अनुसार भारतीय उप महाद्वीप के समुद्र में सारा पानी एक जैसा ही है लेकिन कुछ छींटे छिटक कर परेशान किए हुए हैं। जो बहकावे में हैं वो भी देर सवेर वापस मूल धर्म में ही आएंगे। उनका दावा है कि वह पहले भी नियमित रूप से मंदिर और चर्च भी जाते रहे हैं।
उनका हिंदू धर्म स्वीकार करने के पीछे का मकसद पाकिस्तान को यह संदेश देना ही है कि अब हिंदुस्तान के मुसलमान हिंदू धर्म अपनाकर पाकिस्तानी आतंकवादियों का विरोध करेगा। इसी कड़ी में उन्होंने परिवार की सहमति से हिंदू धर्म अपनाया है।
अब वह श्री हिंदू तख्त की मुहिम में शामिल होकर देश की सेवा करने और पाक आतंकवाद को ललकारने की मंसूबा बनाए हुए हैं। वह चाहते हैं कि सरकार नशे के कारोबारियों को ऐसी कड़ी सजा दे कि कोई इस व्यापार में नहीं पड़े, कई पीढिय़ों को इसी नशे ने बर्बाद कर दिया है।