मुरैना। राजनीति में अपराधियों की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदम मध्यप्रदेश में लागू नहीं हो रहे। इसी कारण मुरैना जिले में एक फरारी काट रहा इनामी आरोपी निर्विरोध सरपंच बन जाएगा।
मामला मुरैना जिले की अम्बाह तहसील के एसाह गांव का है। यहां पर पंचायतराज चुनाव के प्रथम चरण का चुनाव होना था, लेकिन अब चुनाव नहीं होगा। यहां ग्राम पंचायत के सरपंच पद के लिए मात्र एक ही नामांकन पत्र बचा है और वो है सुनील तोमर का। तोमर इलाके वांछित अपराधी है और उसकी गिरफ्तारी पर चम्बल रेंज के आईजी द्वारा 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है। उस पर हत्या का प्रयास, लूट और डकैती जैसे लगभग 18 मामले दर्ज है। फरार होने से वह पुलिस को उसकी लम्बे अर्से से तलाश भी है। वैसे ऐसा नहीं है कि सरपंच पद के लिए किसी और ने नामांकन दाखिल नहीं किया हो। ऐसे छह लोगो के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने सरपंच पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। लेकिन जैसे ही सुनील तोमर का नामांकन आया बाकी के लोगों ने अपना नामांकन वापस ले लिया या फिर नामांकन भरा ही नहीं। कुछ लोगों को कहना है कि तोमर के दबाव में नामांकन वापस लिया तो कुछ का कहना है कि स्वेच्छा से लिया। वैसे गांव में एक वर्ग तोमर के समर्थकों का भी है, जो यह कहता है कि वह जिले और प्रदेश के लिए वांछित होगा, लेकिन उसने कभी गांव में बदमाशी नहीं की। इस बात की जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर शिल्पा गुप्ता को भी है, लेकिन वह भी इस पूरे मामले में चुनाव आयोग के नियमों को हवाला दे रही हैं। उनका कहना है कि यदि तोमर चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार पात्र व्यक्ति होंगे को उन्हें निर्विरोध सरपंच होने का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया जाएगा अन्यथा नहीं। तोमर एसाह के पूर्व सरपंच बृजकिशोरसिंह तोमर का पुत्र है।