Home Rajasthan Ajmer छोटे से माॅल में मिलती है ग्रामीणों की जरूरत की हर वस्तु

छोटे से माॅल में मिलती है ग्रामीणों की जरूरत की हर वस्तु

0
छोटे से माॅल में मिलती है ग्रामीणों की जरूरत की हर वस्तु

अजमेर। अजमेर जिले के छोटे से गांव पड़ांगा में अन्नपूर्णा भण्डार ने व्यापार में शहर की स्थापित दुकानों को भी पीछे छोड़ दिया है। गांव का यह छोटा सा माॅल ग्रामीणों को उनकी जरूरत की प्रत्येक वस्तु तो उपलब्ध कराता ही है, प्रतिदिन 15 हजार से अधिक की बिक्री का रिकार्ड भी बना रहा है।

मात्रा डेढ साल में इस दुकान ने लाखों रूपयों का व्यापार किया है। अन्नपूर्णा भण्डार पर सरकार की उपभोक्ता नीतियों के तहत बाजार से सस्ती दर पर उपभोक्ता से जुडी वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि पड़ांगा स्थित यह अन्नपूर्णा भण्डार ग्रामीणों की अपेक्षाओं पर पूरी तरह खरा उतरा है। यह भण्डार बिक्री के भी रिकार्ड तोड़ रहा है। इस भण्डार की सफलता की कहानी करीब डेढ साल पहले शुरू हुई। गांव का एक उपभोक्ता हेमसिंह रावत पडांगा ग्राम सेवा सहकारी समिति पर खाद-बीज लेने आया था। लेकिन जब उसकी नजर साफ सुथरे अन्नपूर्णा भंडार पर पडी तो उससे रहा न गया।

भण्डार के व्यस्थापक सुरेश तिवाडी एवं सहव्यवस्थापक अमित तिवाडी ने हेमसिंह रावत के साथ ही घीसी देवी, गुलाब रायका, भोलाराम तेवडा, पारसमल गुर्जी, रंगलाल गुर्जर, सुखदेव चौधरी इत्यादि को बताया कि इस अन्नपूर्णा भंडार पर आपकी जरूरत की सभी चीजें एक ही स्थान पर मिलती है और गुणवत्तायुक्त व एमआरपी से भी कम दर पर। यहां से सामान लेने पर आप लोगों के समय व धन की बचत होती है।

यहीं पर मिनी बैक, ई-मित्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, विद्यालय, डेयरी एवं पशु चिकित्सा केन्द्र भी आसपास ही स्थितहै। ग्रामीणों ने यहां के उत्पाद को उपयोग में लेना शुरू किया तो दाम और गुणवत्ता दोनों ही उन्हें जंच गई।

गोयल ने बताया कि इस अन्नपूर्णा भंडार पर प्रतिदिन करीब 15000 रूपए की बिक्री हो रही है। इस अन्नपूर्णा भण्डार ने 22 सितम्बर 2016 को 2 लाख 20 हजार रूपए की बिक्री का जादुई आंकडा भी छुआ था। इस अन्नपूर्णा भंडार पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है और मुम्बई में ’अपना बाजार’ से लाया गया साॅफ्टवेयर भी है जिससे कम्प्यूटर बिल पूरी डिटेल के साथ मिल जाता है।

जिला रसद अधिकारी संजय माथुर ने बताया कि यह अन्नपूर्णा भंडार उपभोक्ताओं के लिए ’रूरल माॅल’ के सपने को साकार कर रहा है। ग्रामीणों को पहले यहां से 25 किलोमीटर दूर मसूदा और बिजयनगर सामान खरीदने के लिए जाना पड़ता था, परन्तु अब पडांगा में ही अन्नपूर्णा भण्डार खुलने से ग्रामवासियों को रोजमर्रा का सामान उनके गांव में ही
उपलब्ध हो जाता है।

आस-पास के गांव अर्जुनपुरा, सांयमाला, रामनगर, देवपुरा, रामपुरा, रूपपुरा, मोतीपुरा व सदापुरा के विद्यालयों द्वारा मिड डे मील का सारा सामान भी यहीं से खरीदा जाने लगा है। यहां उच्च क्वालिटी के साथ साथ उपभोक्ता सामग्री भी किफायती दर पर उपलब्ध हो रही है।

लगभग पांच सौ घर एवं पांच हजार की आबादी वाले इस ग्राम पंचायत के लोगों ने अब अन्य दुकानों से सामान खरीदना बंद कर दिया है।