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रविवार को अवकाश रहता है उसके अलावा सप्ताह में छह दिनों में बीकानेर से जयपुर जाने वाले यात्रियों की संख्या नगण्य ही रहती है।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, बल्कि पूर्व में भी कई बार बीकानेर से जयपुर सिर्फ पायलट ही गए। हालांकि इस सेवा को चला रही सुप्रीम एयरलाइन्स अभी संघर्ष के लिए तैयार है।
बीकानेर से जयपुर के लिए हवाई सेवा पिछले दिनों शुरू हुई थी, जिसके बाद से अब तक औसत पचास फीसदी सीटें भी नहीं भर पाई है। ऐसे में इस सेवा को चला रही कंपनी के लिए यह फायदे का सौदा नहीं है।
जानकारों का कहना है कि अगर समय रहते यात्रियों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई तो बीकानेर से जयपुर के लिए हवाई सेवा एक बार फिर दम तोड़ सकती है। बीकानेर से जयपुर जाने वाले यात्रियों की संख्या बहुत कम है।
अधिकतम तीन-चार यात्री ही बीकानेर से जाते हैं, वहीं जयपुर से आने वाले यात्रियों की संख्या ठीक है। आमतौर पर चार से पांच यात्री बीकानेर आते हैं। बताया जा रहा है कि हवाई सेवा का प्रचार नहीं होने के कारण भी लोग इससे नहीं जुड़ पाए हैं।
पिछले दिनों शूटिंग, वेटरनरी विवि में राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम के बावजूद इस सेवा का उपयोग अधिक लोगों ने नहीं किया। उधर बताते हैं कि सुप्रीम एयरलाइन्स जयपुर से बीकानेर के अलावा उदयपुर और जैसलमेर के लिए हवाई सेवा दे रही है।
बीकानेर की तरह इन दो जिलों में भी शत प्रतिशत यात्री भार नहीं है, लेकिन यहां से अधिक जरूर है। कई ऐसे दिन भी आते हैं जब जयपुर से उदयपुर और जैसलमेर के लिए टिकट नहीं होता।
सुप्रीम एयरलाईंस के बीकानेर सुपरवाइजर शुभम का कहना है कि बीकानेर से जयपुर के लिए हवाई सेवा में यात्रियों की संख्या कम है, पचास फीसदी सीटें भी वर्तमान में भर नहीं पा रहे हैं, हालांकि बीकानेर से जयपुर के लिए हवाई सेवा नियमित रूप से बराबर चल रही है।