Home Headlines महिला विधायक पारुल साहू पर टिप्पणी को लेकर भाजपा, कांग्रेस आमने-सामने

महिला विधायक पारुल साहू पर टिप्पणी को लेकर भाजपा, कांग्रेस आमने-सामने

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महिला विधायक पारुल साहू पर टिप्पणी को लेकर भाजपा, कांग्रेस आमने-सामने
BJP, Congress Spar Over Objectionable Remark On Woman Legislator
BJP, Congress Spar Over Objectionable Remark On Woman Legislator
BJP, Congress Spar Over Objectionable Remark On Woman Legislator

भोपाल/सागर। मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक गोविंदसिंह राजपूत द्वारा भाजपा की सुरखी विधायक पारुल साहू के खिलाफ की गई कथित अमर्यादित टिप्पणी पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। भाजपा पूरी तरह महिला विधायक के साथ खड़ी हो गई है।

भाजपा महिला मोर्चा ने बुधवार को राजपूत का पुतला दहन करने का ऐलान किया है। दूसरी ओर साहू ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास के सामने प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस की महिला नेत्रियां भी राजपूत के समर्थन में सामने आ गई हैं।

भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की ओर से मंगलवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक सुरखी विधायक पारुल साहू के विरुद्ध कांग्रेस के पूर्व विधायक गोविंदसिंह राजपूत द्वारा अपमानजनक टिप्पणी किए जाने की पार्टी ने कड़ी निंदा की है।

महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष हंसकुंवर राजपूत ने बताया कि 27 दिसंबर को बोर्ड ऑफिस चौराहे पर सुबह 11 बजे कांग्रेस नेता गोविंदसिंह राजपूत का पुतला दहन किया जाएगा।

विज्ञप्ति के अनुसार मोर्चा की प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं सुरखी विधायक पारुल साहू ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर सैकड़ों महिलाओं के साथ धरना-प्रदर्शन कर गांधी से सवाल पूछा कि क्या वह उनकी पार्टी के नेता गोविंदसिंह राजपूत की राय से सहमत हैं।

वहीं दूसरी ओर सागर में कांग्रेस उपाध्यक्ष गोविंद राजपूत के बचाव में महिला कांग्रेस नेत्रियां सामने आईं। कांग्रेस नेत्रियों ने भाजपा और पारुल को आड़े हाथों लिया।

कांग्रेस की पूर्व महिला प्रदेश मंत्री मनीषा दुबे ने विधायक पारुल साहू मामले पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब भाजपा विधायक को कांग्रेस से ही है न्याय की अपेक्षा है। क्षेत्र में जनाधार खिसकने से आहत वर्तमान विधायक अनर्गल प्रलाप कर रही है।

महिला नेत्रियों ने कहा कि राज्य में अवैध शराब बिक रही है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, प्रदेश में नशाबंदी के लिए भाजपा विधायक आगे क्यों नहीं आतीं। महिला अत्याचारों को लेकर उनका सम्मान क्यों नहीं जागा।

उल्लेखनीय है कि राजपूत ने कुछ दिनों पूर्व एक कार्यक्रम में साहू को दारू वाली विधायक कहा था। साहू के पिता शराब के बड़े कारोबारी हैं। राजपूत पिछले विधानसभा चुनाव में सुरखी सीट से साहू के हाथों पराजित हो गए थे।