Home Rajasthan Ajmer मंत्री देवनानी को सदबुद्धि के लिए 7 नारियलों की बलि, फरसे की पूजा

मंत्री देवनानी को सदबुद्धि के लिए 7 नारियलों की बलि, फरसे की पूजा

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मंत्री देवनानी को सदबुद्धि के लिए 7 नारियलों की बलि, फरसे की पूजा

अजमेर। जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सुबह अचानक ब्राहमण समाज के लोगों को जमावडा होने लगा। करीब 11 बजे यज्ञ और हवन सामग्री के साथ कुछ लोग जाजम बिछा कर बैठ गए। वहां लगे बैनर को देख कर राहगीरों को पता चला कि मंत्री वासूदेव देवनानी की सद्बुद्धि के लिए 51 पाठ्य पण्डितों द्वारा मंत्रोच्चार कर यज्ञ कर रहे हैं। इस मौके पर सात नारियलों की बलि दी गई साथ ही फरसे की पूजा की गई।

सारा मामला ब्राहमण समाज और मंत्री देवनानी के बीच उपजे विवाद का है। इसी के चलते ब्राहमण समाज विरोध के स्वर मुखर किए हुए है। विरोध जता रहे ब्राहमण समाज के लोगों का कहना था कि सुबह देवनानी की ओर से प्रशासन पर दबाव डाला जा रहा था। पहले टेंट नहीं लगने दिया गया। फिर कार्यक्रम में विध्न डालने की कोशिश की गई।

ब्राह्मण संघर्ष समिति का कहना थाकि एक दिन पूर्व ही लिखित में जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक महोदय को विरोध प्रदर्शन की सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद तेज गर्मी और धूप में भी टेंट नहीं लगाने दिया गया। इसके बाद संघर्ष समिति के सदस्य अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोलाराम से मिले तब एक टेंट लगाने की मंजूरी मिली।

धूप के कारण कारण ब्राह्मण समाज की महिला पदाधिकारी रागीनी चतुर्वेदी बेहोश हो गई। इस हवन में देवनानी के सदबुद्धि हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई।

सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पण्डित बलराम शर्मा ने कहा कि अब पानी सिर से ऊपर गुजर चुका है, अब देवनानी से माफी नहीं बल्कि उनकी मंत्री पद से बर्खास्तगी से ही समाज को संतुष्टि मिलेगी।

इस आंदोलन को प्रशासन रोकना भी चाहेगा तो भी नहीं रोक पाएगा। समूचा समाज एक स्वर में अपमान का बदला लेने को आमादा है। आन्दोलन को अब पूरे प्रदेश में विस्तारित करने की योजना पर कार्य चल रहा है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज से देवनानी माफी मांग लें अन्यथा उनका भविष्य अंधकारमय है, राजनीतिक जीवन का तो पता नहीं साथ में शारीरिक व्याधि भी उत्पन्न होगी। ब्राह्मण समाज इस हवन और यज्ञ के जरिए श्राप देता है।

इसके अलावा देवनानी जिस प्रकार ब्राह्मण समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं वह सफल नहीं होंगे। ‘फुट डालो राज करो’ की नीति यहां नहीं चलने वाली। जो हाल अंग्रेजों का हुआ था वहीं हश्र देवनानी का होगा।

एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने देवनानी को चेतावनी देते हुए कहा कि माफी मांग कर अपनी गलती स्वीकार करना दूर उन्होंने उल्टे समाज को भ्रमितकर फूट डालने की कुचेष्ठा कर रहे हैं। उनका यह घिनोना प्रयास सफल नहीं होगा। ब्राह्मण को ‘मार्केश्र यज्ञ’ भी करना आता है ओर हम अभी चाहते नहीं है।

पंडित रवि शर्मा ने मंत्री देवनानी की निन्दा करते हुए कहा कि मंत्री देवनानी को समाज की शक्ति का अनुमान नहीं है, उनको इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। जब जब ब्राह्मण बोला है तब तब सिंहासन डोला है।

वरिष्ठ एडवोकेट एवं पूर्व बार एसोसियेशन के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने इस अवसर पर फरसे का गंगाजल से पूजन किया, सात नारियल की बलि दी गई, वैदिक मंत्रोच्चार से आहुति दी व मंत्री देवनानी के राजनीतिक जीवन का अंत करने का संकल्प लिया।

उन्होंने कहा ऐसे व्यक्ति को एक सैकेण्ड भी शिक्षा मंत्री जैसे गरिमापूर्ण पद पर बने रहे का अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री से अनुरोध है उनको तुरन्त बर्खास्त करें। एडवोकेट त्रिपाठी ने कहा संघर्ष समिति के सदस्य अजमेर उत्तर विधानसभा के अन्तर्गत निवास करने वाले समस्त ब्राह्मण परिवारों के पास घर घर जाकर उनके द्वारा समाज पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के बारे में जानकारी देगा एवं आगामी चुनाव में यदि पार्टी उनको अपना उम्मीदवार बनाती है तो उसका परिणाम पार्टी भुगतेगी।

एडवोकेट विवेक पाराशर ने कहा ब्राह्मण समाज एक जुट है व संगठित रूप से आन्दोलन में भाग ले रहा है। हम इस आन्दोलन का अपने लक्ष्य तक पहुंचाकर ही चैन लेंगें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को मूर्ख बनाने के लिए परशुराम की जीवनी को पाठ्यक्रम में जोड़ने की बात कर रहे हैं। अपने पार्टी के लोगों की फोटो लगवाकर स्वयं धन्यवाद प्राप्त कर रहे हैं जो कि हास्यास्प्रद है।

देवनानी के विरूद्ध जिस व्यक्ति (लोकेश शर्मा) ने हाईकोर्ट में उनके फर्जी प्रोफेसर होने के विरूद्ध रिट लगाई थी उसके विरूद्ध झूठे मामले बनाकर दवाब बनाया जा रहा है जो कि अत्यन्त चिन्ताजनक है। समाज ऐसे कृत्य की घोर निन्दा करता है और समाज दवाब में आने वाला नहीं है।

जयश्री शर्मा ने हवन में अडंगा डालने के प्रयासों की निन्दा की और कहा प्रर्याप्त टेंट व्यवस्था नहीं होने से कड़कती धूप में हमारी महिला पदाधिकारी रागिनी चतुर्वेदी मुर्छित हो गईं जिनको तत्काल अस्पताल ले जाया गया।

महायज्ञ में सर्व ब्राह्मण महासभा प्रदेशाध्यक्ष बलराम शर्मा, राजस्थान ब्राह्मण महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, विधि प्रकोष्ठ राजस्थान ब्राह्मण महासभा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र ओझा, महिला प्रकोष्ठ राजस्थान ब्राह्मण महासभा उपाध्यक्ष जयश्री शर्मा, आरक्षण मंच प्रदेश प्रभारी कैलाश शर्मा, युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ब्रजेश पाण्डे, ओम प्रकाश पारीक, गौरव उपमन्यु शर्मा, ब्रजेश पाण्डे, लोकेश शर्मा, रवि शर्मा, अनुपम शर्मा सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज बन्धु शामिल हुए।