Home Rajasthan Ajmer एच.के.एच. पब्लिक स्कूल में मनाया बाल दिवस

एच.के.एच. पब्लिक स्कूल में मनाया बाल दिवस

0
एच.के.एच. पब्लिक स्कूल में मनाया बाल दिवस
children's day celebration in hkh public school ajmer
children's day celebration in hkh public school ajmer
children’s day celebration in hkh public school ajmer

अजमेर। एचकेएच पब्लिक स्कूल में गुरुवार को बाल-दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती की वन्दना से की गई। विद्यालय के अध्यक्ष मोतीलाल ठाकुर व प्राचार्य एचके सोनी ने चाचा नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण किया।

इस मौके पर विद्यार्थियों के लिए मैजिक शो का आयोजन किया गया। शो के द्वारा जरिए एक ओर जादूगर ने अपने करतबों से दर्शकों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया वहीं दूसरी ओर बच्चों में ऐसी कलाओं के प्रति घटती रूचि को बढ़ाने का भी कार्य किया।

children's day celebration in hkh public school ajmer
children’s day celebration in hkh public school ajmer

इस उपलक्ष्य में प्री-प्राईमरी के छात्र-छात्राओं के लिए विचित्र वेषभूषा कार्यक्रम आयोजित किया गया। कक्षा नर्सरी के नन्हे-मुन्ने बच्चे पक्षी-पशुओं की वेषभूषा में बड़े मनोहर लग रहे थे। प्रकृति प्रेम और उसके संरक्षण का संदेश देने वाली इस पोशाक को पहने बच्चों को खूब सराहा गया।

इसी तरह एलकेजी के बच्चे फल, सब्जियों व कार्टून की वेषभूषा धारण किए हर्षित कर रहे थे। इन बच्चों में से चिराग ने बिल्ली, सिमरन ने तोते, दर्षा ने चीते, गर्विता ने खरगोश, मनस्वी ने अंगूर, लक्ष्य टांक ने डोरेमोन, स्वयं ने सेब की और मोक्ष ने गाजर की वेषभूषा धारण कर सबका मन मोह लिया।

hkh public school students entertaining magic show on children's day
hkh public school students entertaining magic show on children’s day

कक्षा एचकेजी के बच्चे तपस्विनी, सरबजीत, कुषाग्र, भव्य आदि डॉक्टर, वैज्ञानिक, पुलिस मैन, इंजीनियर आदि की वेषभूषा में नजर आए। इस अवसर पर बच्चों को गिफ्ट पैक व चॉकलेट वितरित की गई।

इस मौके पर विद्यालय अध्यक्ष मोतीलाल ठाकुर ने कहा कि बच्चों को सुरक्षित बचपन प्रदान करना हम सबका कर्तव्य है। यह देश के वर्तमान और भविष्य के लिए अति आवश्यक है।

विद्यालय प्रशासक अजय कुमार ठाकुर ने नेहरू जी के व्यक्तित्व के बारे में बताते हुए उनके संदेश ’आराम हराम है’ को अपने जीवन में अमल में लाने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।

किरण ठाकुर ने विभिन्न पोषाकों में सजे-धजे बच्चों को बाल-दिवस का महत्व समझाते हुए नैतिकता, सत्य, परस्पर सहयोग, उत्साह से प्रतियोगिता में भाग लेने के प्रेरणादायक वचन कहे।