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कांग्रेस ने लगाया आरोप, राजस्थान में तीन वर्ष से नही दिया किसानों को ऋण

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कांग्रेस ने लगाया आरोप, राजस्थान में तीन वर्ष से नही दिया किसानों को ऋण
सिरोही में किसानों की समस्याओं को लेकर आयोजित धरने को संबोधित करते संयम लोढ़ा
सिरोही में किसानों की समस्याओं को लेकर आयोजित धरने को संबोधित करते संयम लोढ़ाJ

सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि लोढ़ा ने कहा कि प्रदेश में किसानों को सहकारी समितियों से बिना ब्याज डेढ लाख का ऋण मिल रहा था जिसे सत्ता में आते ही भाजपा ने बंद कर दिया। प्रदेश में पिछले तीन वर्ष में एक भी नए किसान को लोन नहीं दिया गया है। लोढ़ा बुधवार को सिरोही में किसानों की कर्जमाफी और अन्य मुद्दों पर प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर सिरोही कलेक्टरी परिसर के बाहर आयोजित धरने को संबोधित कर रहे थे।
लोढ़ा ने कहा कि कई वर्षो के बाद प्रदेश में पिछले वर्ष अच्छी बारिश हुई थी लेकिन सरकार ने कृषि कनेक्शनों के डी.यू. खोल दिये ऐसे उन्हें बिजली की समस्या हो गई जिससे भारी तादाद में की गई बुवाई बेकार हो गई। इसी तरह मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेश के किसानों को सुराज संकल्प यात्रा 2013 में 10-12 घण्टे बिजली देने का वायदा किया था और सत्ता मिलते ही उसे भूल गई।
लोढ़ा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेशो में गायों का मांस बेचने के मामले में भारत को दुनिया में पहले स्थान पर पहुॅचा दिया है। उन्होने कहा कि दुनिया में जितना गाय का मांस निर्यात हो रहा हैं उसका 19.60 फीसदी अकेले नरेन्द्र मोदी की भाजपा सरकार कर रही है। पाकिस्तान की तुलना में भारत में 22 गुणा गाय ज्यादा कट रही है। भाजपा के लिए गाय राजनीति का विषय हैं सेवा का नहीं। कांग्रेस शासन में ही गायों के लिए गोचर व ओरण के रूप में भूमि आरक्षित हुई अब राज्य की वसुन्धरा सरकार उस गोचर/ओरण को खनन के लिए आवंटित कर रही है। इधर गुलाब कोठारी के मामले में राजस्थान उच्च न्यायलय की खण्ड़पीठ द्वारा चारागाह की भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के मामले में सम्पूर्ण राजस्थान में जिला कलेक्टरो ने कोई कार्यवाही नहीं करके न्यायालय के आदेशो की अवमामना की है।
पूर्व विधायक ने कहा कि अशोक गेहलोत की सरकार ने प्रदेश में गौशालाओं में पल रहे गौवंश को हर वर्ष तीन माह अप्रेल, मई व जून में अनुदान की व्यवस्था की थी और 2013 में 143 करोड रूपये गौशालाओं को बांटे थे। वसुन्धरा ने चुनावों में वायदा किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो इसे बढ़ाकर 09 माह करेगी और सत्ता में आते ही उसे बंद कर दिया। सरकार ने रजिस्ट्री पर गौसेवा सेस लगाकर करोड़ो रूपये बटोर लिये और अनुदान के मामले में ठेंगा दिखा दिया है।
लोढ़ा ने कहा कि एक कार्यकर्ता ने केरल में गाय काट दी तो पार्टी ने उसे बाहर निकाल दिया फिर भी लोगों को भ्रमित करने के लिए जगह जगह आन्दोलन कर रहे है। उस कार्यकर्ता का राहुल गांधी के साथ फोटो लगाकर कांग्रेस को बदनाम करने का षड्यन्त्र रच रहे है। लोढ़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आशाराम बापू के साथ फोटो है तो उसका मतलब यह नहीं होना चाहिए कि हम उन पर ब्लात्कारी होने का आरोप लगाये। मध्यप्रदेश में भाजपा के उपमुख्यमंत्री राघवजी संमलैंगिक अपराध में गिरफ्तार हुए, भाजपा सेक्स रैकेट चलाते हुए पकड़े गये, कर्नाटक विधानसभा में योन फिल्में देखते हुए पकडे जाते है और उसी तरह मध्यप्रदेश में भाजपा नेता पाकिस्तानी खुफिया ऐजेन्सी को सैनिक ठिकानों को नक्शे बेचने के मामले में गिरफ्तार होते है। अजमेर बंम काण्ड़ में उनक खिलाफ अपराध प्रमाणित हुआ है इस तरह भाजपा का राष्ट्रवाद का नकाब पुरी तरह से उतर चुका है।
उन्होनें कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजों के जमाने के भूमि अधिग्रहण कानून को बदलकर किसानों को उनकी भूमि का बाजार मूल्य, जमीन के बदले जमीन तथा चार गुणा मुआवजा मिले ऐसा प्रावधान किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन बार ऑर्डिनेंस लाकर कानून को खत्म करने की भरसक कोशिश की, लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने समूचे विपक्ष को एकजूट कर उसमें सफल नहीं होने दिया। उसी का परिणाम हैं कि आज सिरोही में बत्तीसा नाले पर बांध निर्माण के लिए जो भूमि किसानों की ली जा रही है उसमें उन्हें भूमि के बदले भूमि, बाजार दर एवम् डीएलसी की चार गुणा राशि मिल रही है।
पूर्व विधायक ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यंत्री एवम् भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित हुए तो पूरे देश में घूम घूमकर एफडीआई का विरोध कर रहे थे, कई महिनों तक संसद चलने नहीं दी थी और अब रक्षा बीमा व रेल क्षैत्र में शत प्रतिशत विदेशी निवेश की मंजूरी दे रहे है। उन्होंने सवाल किया कि स्वदेशी जागरण मंच आर.एस.एस. तथा भाजपा के लोग क्यों नहीं बोल रहे हैं।
जिलाध्यक्ष एवम् पूर्व विधायक गंगाबेन गरासिया ने कहां कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव एवम् लोकसभा चुनाव में किसानोंसे जो वायदा किया था कि वे सत्ता में आए तो उनकी उपज पर लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर दिया जायेगा। इसी तरह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदकर बोनस भी देंगें। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य हैं कि आज केन्द्र की मोदी सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में चल रही सुनवाई में यह हल्फ नामा देती हैं कि व न्यूनतम मूल्य पर खरीद नहीं कर सकेगी। उन्होंने कहां कि भाजपा दो मुँही पार्टी हैं जो राज से बाहर होती हैं तो अलग और राज में आ जाए तो अलग काम करती हैं।
प्रदेश कांग्रेस सचिव एवम् जिले के सह प्रभारी खेतसिंह मेड़तिया ने कहां आज देश प्रदेश में किसान कर्ज तले दबा हुआ है। देश के सभी प्रदेश में किसान मर रहा हैं और उनका आंसु पोछने वाला कोई नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस एवम् किसान संगठन आन्दोलन कर रहे और वसुन्धरा सरकार के मंत्री कह रहे हैं की प्रदेश का किसान खुश हैं। प्रदेश सचिव गुमानसिंह देवड़ा ने कहां कि स्वयं मुख्यमंत्री जिले के जावाल में नर्मदा नहर के लिए 84 गांवों को जोड़ने के लिए सर्वे होने एवम् कार्य शुरू करवाने का कहर कर गयी थी लेकिन अब मुकर गई हैं। जिसके लिए उन्हें सिरोही जिले की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष एवम् प्रधान जीवाराम आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्रह हजार सरकारी स्कूले बंद करके 65 हजार शिक्षकों के पद खत्म कर दिया जिससे बेरोजगार युवकों के साथ कुठाराघात किया हैं। युआईटी आबू के पूर्व अध्यक्ष हरीश चौधरी ने कहां कि किसान अन्नदाता हैं जिसे बचाना जरूरी हैं लेकिन मोदी-वसुन्धरा राजे के शासन में जय जवान-जय किसान की जगह मर जवान-मर किसान हो रहा हैं।
धरना प्रदर्शन के दौरान ब्लॉक कांग्रेस पिण्ड़वाड़ा के अध्यक्ष राकेश रावल, माउण्ट आबू के हड़वंतसिंह देवड़ा, आबूरोड़ के गणेश बंजारा, जिला कांग्रेस महामंत्री हमीद कुरैशी, भगवतसिंह देवड़ा, विधानसभा चुनाव 2013 में रेवदर से कांग्रेस प्रत्याशी लकमाराम कोली, पीसीसी सदस्य संध्या चौधरी, हिम्मत सुथार, एस.सी. प्रकोष्ठ कांग्रेस जिलाध्यक्ष गलबाराम गोयल, एस.टी. प्रकोष्ठ कांग्रेस जिलाध्यक्ष निम्बाराम गरासिया, उपभोक्ता मण्ड़ार, जिलाध्यक्ष जितेन्द्र एरेन, सरपंच भूराराम कोली, मोतीराम कोली, उपप्रधान मोटाराम देवासी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलताशर्मा, विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष मफतलाल बुनकर, अजरूद्दीन मेमन, मुज्जफर बैग मिर्जा, पूर्व पार्षद जगदीश सैन, पंचायत समिति सदस्य सुरताराम देवासी एवम् एन.एस.यू.आई. जिलाध्यक्ष कुशल देवड़ा इत्यादि ने भी विचार रखकर मोदी-वसुन्धरा राजे सरकार को कोसा।
इस दौरान जिले की नगरपालिका ने नेता प्रतिपक्ष संजय गर्ग, अब्बास अली, नारायण सिंह भाटी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सुभाष चौधरी, जोगाराम मेघवाल, जिला सचिव बाबु उर्फ मुक्तियार खांन, पूर्व पालिका अध्यक्ष अचलसिंह बालिया, किसान नेता उगमसिंह रोड़ा, जब्बरसिंह तंवरी, दलपतसिंह राजपूत, महिला मंत्री पूरण कुंवर, जुली चौहान, सीता कुंंवर, युवा कांग्रेसी विनोद देवड़ा, पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष पुखराज परिहार, शिवगंज नगर कांग्रेस अध्यक्ष वजींगराम घांची, पार्षद प्रकाशराज मीणा, नेनाराम माली, मारूफ हुसैन, गोपी मेघवाल, सीतादेवी राणा, महेन्द्र वाघेला, शिवशंकर शर्मा, योगेश सिंघल, शहजाद अली, सिराज खांन, भंवरसिंह मेड़तिया, जैसाराम मेघवाल, महेशदान चारण एवम् वेलांगरी राम द्वारा के महंत महावीरदास सहित कई पार्टी पदाधिकारी एवम् जनप्रतिनिधियों के साथ किसान उपस्थित थे।
-रोका तो दीवार फांद कर घुसे कलेक्टरी में
धरने के बाद कांग्रेसजन और किसान कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए निकले। जिला परिषद की तरफ के दरवाजे को बंद करके सिर्फ प्रशासन ने सिर्फ 5 नेताओं को अंदर आने को कहा। हर बार की तरह इस बार भी इस मुद्दे को लेकर प्रशासन और कांग्रेसियों में बहस हुई। प्रशासन के बात नही मानने पर कांग्रेसी दीवार फांदकर कलेक्टर परिसर में घुस गए। तभी पुलिस ने कलेक्टर चैम्बर में घुसने से रोकने की योजना बनायी बावजूद इसके पूर्व विधायक संयम लोढ़ा, जिलाध्यक्ष गंगाबेन गरासिया, प्रदेश प्रभारी सचिव खेतसिंह मेड़तिया, ब्लॉक कांग्र्रेस अध्यक्ष एवम् शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य, राकेश रावल, जिला महामंत्री हमीद कुरैशी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा, पूर्व जिला परिषद् सदस्य राकेश रेबारी एवम् प्रदेश सविव गुमानसिंह देवड़ा ने प्रवेश कर कलेक्टर को किसानों की मांग पूरी करने को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान लोढ़ा ने जिला कलेक्टर संदेश नायक से धारा 144 लगाए बिना 5 से ज्यादा लोगों कलेक्टरी में नही घुसने देने के प्रशासनिक रवैये पर सख्त ऐतराज जताया। इसके बिना लोगों को घुसने से रोकने के लिये कलेक्टरी का दरवाजा बंद करने को गैर कानूनी बताया।कलेक्टर लोगों की बात सुनने उनकी सेवा करने और उनके उत्थान के लिए बनाया गया हैं। प्रजातांत्रिक तरीके से बिना बाधा उसका उपयोग हो सकें कृपया यह सुनिश्चित करे। बार बार नयी परिस्थितियां उत्पन्न करने से प्रशासन की छवि खराब होती है।