Home Headlines भारत को न मिल सके सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता, इसलिए असहिष्णुता का कुचक्र : शाहनवाज

भारत को न मिल सके सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता, इसलिए असहिष्णुता का कुचक्र : शाहनवाज

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भारत को न मिल सके सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता, इसलिए असहिष्णुता का कुचक्र : शाहनवाज
Congress Deliberately Creating Propaganda of intolerance : BJP
Congress Deliberately Creating Propaganda of intolerance : BJP
Congress Deliberately Creating Propaganda of intolerance : BJP

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी  के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने गुरूवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता न मिल सके इसलिए कुछ निजी स्वार्थों के लिए कांग्रेस देश को बदनाम करने का कुचक्र रच रही है।

पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए शाहनवाज ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए आज जब दुनिया भर के देश भारत का पक्ष ले रहे हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी असहिष्णुता के नाम पर देश को बदनाम करने में लगी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का विरोध करते-करते कांग्रेस भारत सरकार तक का विरोध करने लगी है और दुनिया भर में देश को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना भारत की आत्मा में है। जहां की जनता पूरी धरती को अपना परिवार मानती है, वहां का दुष्प्रचार करना भारत का अपमान है।

शाहनवाज ने दावा किया देश में इस समय अच्छा वातावरण है। हर जगह सुख और शांति है। हम इस माहौल को और आगे बढ़ायेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार सबका साथ सबका विकास कर रही है।

जब उनका ध्यान सांसद योगी आदित्यनाथ जैसे लोगों के वक्तव्य की ओर दिलाया गया तो भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मैं योगी को जानता हूं। उनके साथ बहुत संख्या में अल्पसंख्यक भी रहते हैं। दरअसल मीडिया उनके वक्तव्य को तोड़ मरोड़कर दिखाती है।

शाहनवाज ने इस सवाल के जवाब में यह भी कहा कि लोग क्यों नहीं प्रधानमंत्री के बयान पर ध्यान देते जो पूरी दुनिया में सबका साथ, सबका विकास का नारा प्रसारित कर विकास की बात कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान अल्पसंख्यकों के हित में मोदी द्वारा दिये गये कई नारों का जिक्र किया।

भाजपा प्रवक्ता ने एक दूसरे सवाल के जवाब में कहा कि मुसलमानों के लिए भारत से अच्छा कोई देश नहीं और हिन्दुओं से अच्छा कोई पड़ोसी नहीं।