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भाजपा नेता ने एंबुलेंस रोकी, कांग्रेस ने कहा, पार्टी सत्ता के नशे में

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भाजपा नेता ने एंबुलेंस रोकी, कांग्रेस ने कहा, पार्टी सत्ता के नशे में
Congress slams 'power drunk' BJP after Haryana leader stops ambulance
Congress slams 'power drunk' BJP after Haryana leader stops ambulance
Congress slams ‘power drunk’ BJP after Haryana leader stops ambulance

नई दिल्ली। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के एक नेता द्वारा एक विवाद में एंबुलेंस को रोके जाने की घटना पर कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि भाजपा सत्ता के नशे में है। एंबुलेंस को रोके जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।

कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस घटना का संज्ञान लें।

हरियाणा पुलिस एक परिवार की शिकायत की जांच कर रही है जिसमें कहा गया है कि फतेहाबाद में एक मामूली सी दुर्घटना पर भाजपा नेता ने एंबुलेंस को रोक ली और इस वजह से उसके एक रिश्तेदार की मौत हो गई।

परिवार का आरोप है कि फतेहाबाद म्युनिसिपल काउंसिल के अध्यक्ष व भाजपा नेता दर्शन नागपाल ने एंबुलेंस को रोका और चालक से बहस की। इसमें कीमती तीस मिनट निकल गए।

घटना में मरने वाले मरीज नवीन कुमार के रिश्तेदार अरुण कुमार ने फतेहाबाद में संवाददाताओं से कहा कि मरीज को अस्पताल तक पहुंचाए जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई। हमें जाने देने के हमारे अनुरोध का भाजपा नेता पर कोई असर नहीं हुआ। नवीन कुमार दिल के मरीज थे और उन्हें कार्डियोलॉजिस्ट के पास ले जाया जा रहा था।

मृतक के परिजनों का कहना है कि एंबुलेंस नागपाल की कार से छू गई थी। इससे भाजपा नेता बिफर गए और उन्होंने पीछा कर एंबुलेंस को रोक दिया। परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस प्रभावशाली स्थानीय भाजपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज करने में आनाकानी कर रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह अब साफ हो चुका है कि भाजपा सत्ता के नशे में है और सत्ता का घमंड हर चीज को लांघ गया है।

सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरीके से भाजपा नेता ने पहले एंबुलेंस को टक्कर मारी और फिर उसे रोके रखा, जिसकी वजह से एक मरीज की मौत हो गई, वह इस व्यक्ति को और जिस पार्टी की ताकत का वह इस्तेमाल कर रहा है, उसको सीधे-सीधे इस मामले में जिम्मेदार ठहरा रहा है।

उन्होंने पूछा कि क्या राज्य के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, भाजपा अध्यक्ष इस घटना का संज्ञान लेंगे, या फिर बहुमत का अहंकार इतना बढ़ गया है कि उसके सामने आम आदमी और उसकी जान की कोई कीमत ही नहीं रह गई है।