Home India अरुण जेटली पर सही नहीं भ्रष्टाचार के आरोप : संजय राउत

अरुण जेटली पर सही नहीं भ्रष्टाचार के आरोप : संजय राउत

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अरुण जेटली पर सही नहीं भ्रष्टाचार के आरोप : संजय राउत
DDCA row : shiv sena backs arun jaitley, slams arvind kejriwal's goondaism
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DDCA row : shiv sena backs arun jaitley, slams arvind kejriwal’s goondaism

मेरठ। डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बचाव में शिवसेना आयी है। शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत का कहना है कि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर और कोई आरोप हो सकता है, मगर भ्रष्टाचार का उन पर आरोप सही नही है।

अरुण जेटली मौजूदा केन्द्र सरकार के स्तम्भ हैं। अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप केन्द्र सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है। उनका विश्वास है कि किसकी मिलीभगत से अरुण जेटली पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह जल्द ही बेनकाब हो जायेंगे।

मुजफ्फरनगर और देवबंद विधानसभा सीटों के उपचुनाव के सिलसिले में पार्टी के उत्तर भारत कोआर्डिनेटर विनय शुक्ला, प्रदेशाध्यक्ष अनिल सिंह, दिल्ली राज्य प्रमुख विनोद सेठी के साथ आए शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत का कंकरखेड़ा क्षेत्र में बाईपास पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

इस मौके पर प्रेस वार्ता में संजय राउत ने कहा कि मुजफ्फरनगर और देवबंद विधानसभा सीटों के उप चुनाव में शिव सेना अपने प्रत्याशी उतारेगी। 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में शिवसेना सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसकी पूरी तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच 25 साल तक दोस्ती रही। भाजपा ने इस दोस्ती को तोड़ा, तभी महाराष्ट्र में शिवसेना अपने बूते चुनाव लड़ी।

बिहार विधानसभा चुनाव में भी शिवसेना ने अपने प्रत्याशी उतारे। किसी भी राजनीतिक दल को पार्टी का विस्तार करने का अधिकार है। शिवसेना का मकसद भी यूपी में पार्टी का विस्तार करना है। शिवसेना की पहचान हिन्दुत्व है और कर्म विकास है। इसीलिए यूपी विधानसभा चुनाव में शिवसेना का प्रमुख मुद्दा हिन्दुत्व के साथ विकास रहेगा।

अयोध्या में राम मंदिर शिला पूजन को लेकर सियासत गर्माने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिवसेना समर्पित है। शिवसेना हो या भाजपा, दोनों को ही राजनीतिक शिखर तक पहुंचाने में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे का योगदान है। भगवान राम का एहसान किसी को नहीं भूलना चाहिए।

कुछ लोग राम मंदिर निर्माण का मामला अदालत में विचाराधीन होने की बात कह रहे हैं। शिवसेना का स्पष्ट मत है कि कोर्ट से पूछकर राम मंदिर निर्माण आंदोलन नहीं हुआ और न ही लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट से पूछकर बलिदान दिया। भाजपा राम मंदिर निर्माण की तारीख तय करे, शिवसेना इसके लिए पूरी ताकत से उतरेगी।