Home Headlines खुद देरी से आई जिला प्रमुख, फटकार लगाई और अगले कार्यक्रम को रवाना

खुद देरी से आई जिला प्रमुख, फटकार लगाई और अगले कार्यक्रम को रवाना

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सबगुरु न्यूज-सिरोही। सरकारी योजनाओं के लेकर जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी कितने संजीदा हैं, इसकी बानगी जिला परिषद सभागार में ‘सशक्त विकेन्द्रित आयोजना : ग्राम पंचायत विकास नियोजन विषय पर चल रही कार्यशाला में सोमवार को देखने को मिली।

खुद जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया यहां पर देर पहुंची और यहां उनसे पहले बैठे हुए अधिकारियों को और अनुपस्थित अधिकारियों को हड़काया और कुछ देर में प्रस्थान कर गईं।

कार्यशाला में जनप्रतिनिधि और अधिकारी कितने संजीदा थे इसका पता इसी बात से लग जाता है कि यहां पर मंगलवार को भी सात जिला परिषद सदस्य और विभिन्न विभागों के दर्जन भर अधिकारी बैठे हुए थे। कार्यशाला दस बजे शुरू हो गई थी, लेकिन यहां पर शुरूआती डेढ़ घंटे में तो मात्र तीन जिला परिषद सदरूा तथा दो अधिकारी नजर आए। वहीं तीन दिवसीय इस कार्यशाला के पहले दिन सोमवार को तो इक्कीस में से मात्र छह सदस्य और जिला स्तरीय चार अधिकारी पहुंचे थे।
खुद जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया और एडीएम प्रहलाद सहाय नागा सदस्यों की ओर से उप प्रमुख के माध्यम से जिला कलेक्टर को फोन करवाने के बाद आए। इन्हें एक जिला परिषद सदस्य ने जब कहा कि अधिकारी समय पर नहीं आते तो जिला प्रमुख अधिकारियों को फटकारते हुए पूछा कि वे देरी से क्यों आए। सभी लोग अपने आने का एक्चुअल समय लिखें, मैं आगे तक इस बारे में शिकायत करूंगी। एडीएम नागा ने भी अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे समय पर आएं। ये दोनों करीब डेढ़ घंटे बैठे और इस दौरान बहुत कम संख्या में आए जिला अधिकारियों को फटकार लगाकर चलते बने। सूत्रों के अनुसार पहले दिन भी हालात इससे बेहतर नहीं थी। कुल मिला कर यह कार्यशाला खाना पूर्ति साबित हुई। कार्यशाला का समापन बुधवार को होगा।

~कार्यशाला को बनाया बैठक, बताने लगे जनसमस्याएं
कार्यशाला किस तरह से औपचारिक थी, इसकी बानगी यहां बैठने पर पता चल जाती। यहां पर कोई रिसोर्स परसन किसी मुद्दे पर जानकारी देता हुआ नजर नहीं आया सदस्य भी साधारण बैठक की तरह उनसे जनसमस्याएं बताते दिखे। यहां पर कार्यशाला के विषयों पर सवाल-जवाब की बजाय जनसमस्याओं पर चर्चा शुरू हो गई।

कोई ऐसा रिसोर्स परसन दिखा न ही कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि उन्हें मिली बुकलेट के मटेरियल को टटोलता नजर आया है। जिला परिषद सदस्यों से जब कार्यशाला में जिला जन समस्याएं उठाने का कारण पूछा तो उनका आरोप था कि लम्बे अर्से से साधारण बैठक नहीं हुई, ऐसे में अपनी समस्याएं कब और कहां बताएं।